अब टेस्ट में फेल हुई कई कंपनियों की दवाएं बाजार में धडल्ले से बिक रही है बेहद खतरनाक और सीरियस मामला,जिम्मेदार कौन?
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
बेहद गंभीर मामला उजागर होने जा रहा है।
खबरों के मुताबिक, दवा बनाने वाली बहुत सी कंपनियां जिनकी दवाएं टेस्ट में फेल हो चुकी है, लेकिन पता चला है कि इन कंपनियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड से बीजेपी को करोड़ों रुपया चंदा दिया।
अब टेस्ट में फैल दवाई बाजार में उपलब्ध है जो ग्राहकों के लिए बेहद हानिकारक है।
जैसे कि
गुजरात की कंपनी ‘टोरेंट फार्मास्यूटिकल’ की बनाई 3 दवाएं ड्रग टेस्ट में फेल हुईं है। फिर भी इस कंपनी ने BJP को 61 करोड़ का चंदा दिया।
उधर सिप्ला लिमिटेड कंपनी की बनाई दवाओं के 7 बार ड्रग टेस्ट फ़ेल ही चुके है। मगर इस कंपनी ने BJP को 37 करोड़ का चंदा दिया!
इसी तरह सन फ़ार्मा कंपनी की बनाई गई दवाओं के 6 बार ड्रग टेस्ट फ़ेल हुए। और सन फार्मा ने BJP को 35 करोड़ रुपए का चंदा दिया।
इस तरह बताया जाता है कि गुजरात की कंपनी इंटास फ़ार्मास्युटिकल्स की बनाई गई दवा का भी ड्रग टेस्ट फ़ेल हुआ। इंटास फ़ार्मा ने 20 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड ख़रीदे और सारा चंदा BJP को दिया।
इसी कड़ी में ग्लेनमार्क फ़ार्मा कंपनी की दवाओं के भी 6 ड्रग टेस्ट फ़ेल हुए है। ग्लेनमार्क फ़ार्मा 9 करोड़ रुपए के बॉन्ड ख़रीदे और सारा चंदा BJP को दिया। ये सब आम जनता से धोखाधड़ी की जा रही है लेकिन बीजेपी खास कर के पीएम मोदी जी इतने बड़े फ्रॉड को डकारने के बाद लोगों से छुपा रहे है। उलट करोड़ों के भ्रष्टाचार को गबन करते हुए महज विपक्ष की बदनाम करते फिर रहे है।
संवाद;पिनाकी मोरे