आज का दिन विपक्ष के नाम,कितना तीखा रहा होगा बीजेपी,आरएसएस, और मोदी पर विपक्ष का हमला?
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
स्वघोषित चाणक्य और देश के गृहमंत्री अमित शाह को लोकसभा में खड़े होकर स्पीकर ओम बिड़ला से कहना पड़े कि मान्यवर आप इन्हें (विपक्ष/राहुल गांधी) एकतरफ़ा रियायत दे रहे हैं, ऐसे नहीं चलता, हमें संरक्षित कीजिये , तो यह समझ जाइये कि बीजेपी/आरएसएस/ नरेंद्र मोदी पर विपक्ष का हमला कितना तीखा रहा होगा।
संसद में आज का दिन विपक्ष, इंडिया गठबंधन के नाम रहा। राहुल गांधी ने आज मजमा लूट लिया। बहुत समय बाद विपक्ष, खास तौर पर राहुल गांधी के तेवर ऐसे दिखे जिनसे NDA सरकार बचाव की मुद्रा में दिखी। प्रधानमंत्री मोदी दो बार उठे, गृहमंत्री शाह उठे, रक्षामंत्री राजनाथ उठे, कृषि मंत्री उठे, किरन रिजीजू अनुराग ठाकुर सब राहुल के भाषण पर एतराज करते हुए उठे।
राहुल गांधी ने बेहद आक्रामक लहजे में जबरदस्त आत्मविश्वास के साथ हर मुद्दा उठाया – नीट परीक्षा, अयोध्या, अग्निवेश, किसानों की एमएसपी। सब पर पूरी तैयारी के साथ धारदार हमला।
राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे , लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, डीएमके के सांसद ए राजा के ज़ोरदार हमलों से सरकार, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, लोकसभा स्पीकर, राज्यसभा चेयरमैन सब सकते में थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के हिंदू वाले बयान पर खड़े होकर एतराज़ किया और उसे हिंदू समाज का का अपमान बताया तो राहुल गांधी ने एकदम डपटते हुए तेज़ आवाज़ में कहा कि नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं, बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है, आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है।
किंकर्तव्यविमूढ़ लोकसभा अध्यक्ष के चेहरे पर उभरी लाचारी देखने लायक थी।
बीजेपी राहुल गांधी के हिंदू समाज वाले बयान को हिंदुओं का अपमान बताकर फिर से ध्रुवीकरण के इरादे से मुद्दा बना रही है। हक़ीक़त यह है कि राहुल गांधी ने कहा था कि हिंदू हिंसा नहीं फैला सकता, हिंदू नफरत नहीं फैला सकता लेकिन बीजेपी चौबीस घंटा नफरत, हिंसा, नफरत, हिंसा, नफरत, हिंसा।
साभार:पिनाकी मोरे