एनसी आर बी के आंकड़े बताते है कि बीते पान साल में गुजरात से लगभग 40हजार से भी ज्यादा लड़कियां व महिलाएं अबतक लापता हो गई है आखिर अचानक कहां गुम हो गई ये सब लड़कियां और महिलाएं और जिम्मेदार कौन?

अहमदाबाद
रिपोर्टर

केरल में महज 3 लड़कियों के गायब होने पर फिल्म बन गयी , गुजरात की चालिस हज़ार लड़कियों के गायब होने पर फिल्म कौन बनाएगा? GV

NCRB का आंकड़ा कहता है कि सन् 2016 से 2020 के बीच पिछले 5 सालों में गुजरात की 40 हज़ार से भी अधिक लड़कियां गायब हैं और इन्हें गुजरात से बाहर ले जाकर जिस्म फरोशी के धंधे मैं में झोंक दिया गया है।

इसमें 2016 में 7105 लड़कियां, 2017 में 7712 लड़कियां, 2018 में 9246 लड़कियां, 2019 में 9268 लड़कियां और 2020 में 8290 लड़कियां , अर्थात कुल 41621 लड़कियों के गुजरात से गायब होने की रिपोर्ट लिखी गई।
गुजरात सरकार ने 2021 में विधानसभा में दिए जवाब में स्वीकार किया कि केवल बड़ोदरा और अहमदाबाद में ही 4722 लड़कियों (2019-2020) में गायब हुईं।

सवाल खड़े करती है ये रिपोर्ट

गौर तलब है कि पिछले 27वर्षों से गुजरात राज्य में बीजेपी की सरकार शासन कर रही है।बीते साल दिसंबर में हुए चुनाव में
बीजेपी फिर एक बार सता काबिज किए हुए है। ऐसे पांच साल में गुजरात से 41,621लड़कियों और महिलाओं की गुमशुदगी का आंकड़ा काफी बड़ा और चुकाने वाला है। जिस ले जिम्मेदारी किसी अन्य पार्टियों आला अधिकारियों पर नही बल्कि मौजूदा बीजेपी सरकार में बैठे आला अधिकारियों की जिम्मेदारी अता है।इस सवाल जा जवाब गुजरात राज्य भर से लेकर पूरे हिंदुस्तान की जनता जानना चाहती है और पीएम मोदी को टारगेट कर रही है क्या ओह इस मुद्दे पर कोई नकुल जवाब दे पाएंगे? जबकि
पूर्व IPS और गुजरात राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य सुधीर सिंहा के अनुसार यह सभी लड़कियों को राज्य के बाहर वैश्यावृत्ति में चलीं गई।

एडमिन

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