जानिए यहां 30सितंबर से पूरा दमुआ बंद किया गया , क्या वजह है इसका पूरा खुलासा
एमडी डिजिटल न्यूज चैनल और प्रिंट मीडिया
विशेष संवाददाता एवं जिला ब्यूरो
दमुआ मे बंद होती के खिलाफ 30 तारीख से दमुआ बंद ,खदान नहीं तो वोट नहीं बंद का रहा व्यापक असर
दमुआ लगातार बंद होती खदान और बेरोजगारी,व्यापार ,चौपट छेत्र की पूरी अर्थव्यवस्था चौपट। 20 साल से कोई नई खदान नहीं जो चल रही थी उसको भी बंद कर दिया गया है। न ही बे रोजगार युवाओं के लिए कोई फैक्टरी खोली गई। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र मे अब तक कोई नया काम नहीं किया जिसके कारण नगर के हालात दिनोदिन खराब होते चले हैं।
बताते चलें कि तानसी खदान भी बंद होने की कगार पर है।ऐसे में यहां बे रोजगार लोगों के लिए बचेगा क्या? क्षेत्र मे अभी इतनी चोरिया हो रही है तो जब चारो ओर खदानें बंद हो जाएगी तो बेरोजगार युवा क्या करेगा?ऐसे हालात में तो चोरियां और अवैध कारोबार और भी बढ़ जाएगा। यही वजह है कि नगर पालिका क्षेत्र के नागरिकों ने अब ठान लिया है कि खदान नहीं तो वोट भी नही।
गौर तलब है कि खदानों को सुनियोजित रूप से चालू करने के आश्वासन तो हर पार्टी के जनप्रतिनिधियों द्वारा दिया जाता रहा, पर हकीकत में ऐसा कुछ कार्य देखने को नहीं मिल रहा बल्कि दिए गए वायदे के मुताबिक एक भी खदान नहीं खुली बल्कि इन्हे बंद करने की तैयारी चल रही हैं। इसलिये दमुआ 30।9।2023 से बंद की घोषणा और ज्ञापन देने की तैयारी की गई।
जब भी चुनाव सर पर आते है इसे देख राजनीतिक पार्टियां बड़ी बड़ी घोषणाएं और वायदे करने लगती है परंतु यहां तो उल्टा हो रहा खदान बंद कर समस्त इलाकें को और भी चौपट करने की तैयारी चल रही है। इस कारण स्थानीय जनता में इनके प्रति आक्रोश व्याप्त हैं। जनता ने अब आवाज बुलंद करने की ठान ली है कि खदान नहीं तो वोट नहीं।दमुआ की सभी दुकाने रही बंद।उसके पश्चात व्यापारी मंडल दमुआ द्वारा थाना प्रभारी को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
संवाद;
मनोज डोंगरे