नीचता की हद होगई ! किस मुंह से असलियत बयान करे हमारे देश के जिम्मेदार लोगों की?

रिपोर्टर:-
शनिवार शाम को गुजरात से एक टेंकर 30 टन ऑक्सीजन लेके इंदौर पहुंचा।
ड्राइवर कुशवाह ने बताया कि पूरे रास्ते सिर्फ 1 बार भी ना रुका, खाना खाने भी नहीं, क्योंकि उसे इंदौर के अस्पतालो में इस ऑक्सीजन को पहुँचाने की वेल्यू पता थी।
लेकिन इस टेंकर को नेताओं ने रोक लिया पहले गुब्बारों से सजाया,
फिर फोटो खिंचवाई ताकि बाद में पोस्टर बना सके और फिर पूजा करवाई।
जिसमें फिजूल 3 घंटे बर्बाद हुए उसके बाद भी आगे ना जाने दिया। टेंकर को 2 अलग -अलग जगहों पर रोका गया।
पहले चन्दन नगर में स्थानीय अध्यक्ष गौरव रंडीव ने रोका,
जहाँ मंत्री तुलसी सिलावट के आने तक रोक के रखा गया उनकी फोटो खींचने के बाद टेंकर आगे रवाना हुआ।
फिर ऑक्सीजन टेंकर को प्लांट पर सांसद शंकर लालवानी, विधायक आकाश विजयवर्गीय, रमेश मंडोला ने रिसीव किया फिर सजाया गया,
एक पंडित को बुलवा के पूजा पाठ किया उसके बाद ऑक्सीजन निकलने दी गयी।
ड्राइवर का कहना था कि हम सारे रास्ते बिना रुके गाड़ी भगा के लाये ।
क्योंकि हमें हालात के पता है और यहाँ जनता के चुने लोगों ने 3 घंटे यूँ ही सिर्फ अपनी फोटो खिंचवाने में बर्बाद कर दिए!
इनकी जाँच करके इनपर कार्यवाही होनी चाहिए?
ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों का इन पर हत्या का मुकदमा होना चाहिए? क्या क़ानून से भी ऊपर हैं ये सब लोग?