पातालकोट एक्सप्रेस की हालत बद से बदतर चल रही है ऐसे लगता कि यह एक्सप्रेस कीचड़ में सनी भैंस है?
छिंदवाड़ा
संवाददाता
पातालकोट एक्सप्रेस याने कीचड़ में सनी भैंस जिम्मेदार हुए ला परवाह
किसी भी जगह स्थान या वाहन के रखरखाव को देख कर लोग वहां आकलन कर लेते हैं ,इस जगह पर रहने वाले एंव वाहनों के रखरखाव को देख कर वहां के स्टापो की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है जिससे कि समझ आने लगती है कि,वहा का स्टाप कैसा है?
बात हो रही है पातालकोट एक्सप्रेस जिसकी बाहरी दिन दशा देख कर ऐसा लगता है कि जैसे कीचड़ में सनी भैंस खड़ी है ,जबकि पातालकोट ट्रेन छिन्दवाड़ा के नाम पर जानी जाती है जो दिल्ली तक सफर कर ती है। ,रास्ते भर ढेरों स्टेशन पड़ते हैं। प्रतिदिन हजारों यात्री सफर करते हैं। हजारों यात्री रोज देखते हैं कि ,जिस स्थिति में इसका संचालन चल रहा है वह बड़ा शोचनीय विषय है।
,जबकि इस विभाग में हजारों कर्मी कार्यरत हैं इसके बाद पातालकोट ट्रेन के हर डिब्बे बाहर से बेहद ही गंदे नजर आते हैं ,ऐसा लगता है इसकी सफाई महीनों महीनो तक नहीं होती नही कोई जिम्मेदार सरकारी बाबुओं की इस तरफ निगाह और परवाह है,एक तरफ केन्द्र सरकार स्वच्छता पर जोर दे रही है जन जन को जगा रही है,वहीं वहा अपने अधीन विभाग के लोगों को नहीं जगा पा रही है ,कब जगायेगी या ऐसे कुंभकर्णी नींद में सुलाये रखेगी ये सब भविष्य के गर्त में छुपा है
प्रस्तुत
मित्रमंडल छिन्दवाड़ा
हार नही मानेंगे
छिन्दवाड़ा
संवाद;राजकुमार