पुलिस की मौजूदगी मैं अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या से इलाके में मची सन सनी
प्रयागराज
संवाददाता
मो अरशद यूपी
पुलिस की मौजूदगी में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या. का मामला
मेडिकल कॉलेज के पास मीडिया कर्मी बनकर आए बाइक सवार बदमाशों ने चलाई ताबड़तोड़ गोली
प्रयागराज। पुलिस की मौजूदगी में शनिवार की देर शाम माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मेडिकल कॉलेज के पास मीडिया कर्मी बनकर आए बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना की सूचना पर पुलिस के साथ-साथ प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।
ऐसे बताया जाता है कि उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ चार दिन की पुलिस कस्टडी में थे। शनिवार को तीसरे दिन धूमनगंज थाने के लॉकअप में बंद अतीक व अशरफ से एटीएस ने हथियार तस्करी की बाबत पूछताछ की थी। रात लगभग साढ़े दस बजे जब दोनों को रूटीन मेडिकल चेकअप के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था तभी मीडियाकर्मी बनकर बदमाश बाइक से आए और ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी।
गोलियां लगने से अतीक व अशरफ ललूलुहान होकर गिर पड़े। दोनों को आनन-फानन स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया मौके से दो पिस्टल व छह खोखे मिले हैं। घटना की सूचना पर सभी थानों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया गौरतलब है कि उमेश पाल अपहरण कांड में एमपीएमएलए अदालत ने अतीक को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अतीक अहमद पर सौ से अधिक मुकदमे दर्ज थे। जबकि अशरफ पर65 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। मौके से दो पिस्टल और छह खोखे बरामद किए गए हैं।
दोनों को कॉल्विन अस्पताल ले जाया गया था दोनों के सिर में गोली मारी गई और मौके पर ही दोनों की मौत हो गई शवों को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है मीडिया
रिपोर्ट के मुताबिक हमलावरों के गले में आईडी कार्ड भी था जिससे आशंका जताई जा रही है कि तीनों मीडियाकर्मी बनकर पब्लिक में आए थे अशरफ और अतीक को गोली मारने के बाद हमलावरों ने हाथ खड़े कर मौके पर ही सरेंडर कर दिया। जबकि गोली मारते हुए आरोपियों ने जय श्रीराम राम के धार्मिक बारे भी लगवाए । पुलिस ने तीनो को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों मै लवलेश तिवारी, सनी, और अरुण मौर्य का नाम शामिल है। बताते है कि चश्मदीद कह रहे है कि पुलिस की गाड़ी से ही तीनो आरोपी उतरे और मर्डर को अंजाम दिया सब कुछ पुलिस की मिलीभगत और प्लानिंग का मामला है।
पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द, तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने के दिए निर्देश।