माटी के तन को पाया, मिट्टी में मिल जाना है एक दिन , जीतेजी क्यों न दूसरों के लिए कुछ कर जाए, रक्त दान ही जीवन दान है समझे इसकी अहमियत

परासिया
तकीम अहमद ज़िला ब्यूरो

रक्त दान का हुआ बड़ा आयोजन*
आओ मिल हम करें रक्तदान रक्तदान महादान, रक्तदान जीवनदान

माटी के तन को पाया एक दिन मिट्टी में मिल जाना क्यों न जीते जी कुछ थोड़ा ही सही कुछ दूसरों के लिए कर जाना है।

समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने करवाया 1923 यूनिट रक्तदान

जिला छिंदवाड़ा में 24×7 किसी भी जरूरतमंद पीड़ित मरीज को रक्त (खून) लग रहा हो तो उसके परिजनों के मुंह पर केवल एक ही नाम आता है वह है जागते रहो ग्रुप खून का रिश्ता ग्रुप समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया परासिया का,

समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया द्वारा विगत 13 वर्ष पूर्व जागते रहो ग्रुप खून का रिश्ता ग्रुप का निर्माण कर जिला छिंदवाड़ा से 5000 से अधिक व्यक्तियों को जोड़ा गया। इनका मुख्य उद्देश्य मानव सेवा,गौ सेवा,बेटी बचाओ एवं पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र में नि:स्वार्थ भाव से राष्ट्रहित, समाजहित कार्यों को करना है। इनके द्वारा जिला छिंदवाड़ा में अभी तक जरूरतमंद पीड़ित मरीजों को 1923 यूनिट रक्तदान करवाया जा चुका है।

समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया का कहना है,माटी के तन को पाया एक दिन मिट्टी में मिल जाना, क्यों न जीते जी कुछ थोड़ा ही सही कुछ दूसरों के लिए कर जाना है,,नर सेवा श्री नारायण सेवा की तर्ज पर हम नि:स्वार्थ भावना से कार्यों को कर रहे हैं। हमारे द्वारा स्कूल कॉलेज में जाकर के देश की युवा पीढ़ी को रक्तदान जैसे पुनीत पावन कार्य से जोड़ने के लिए प्रेरित किया जाता है।

परासिया के सभी उच्चतर स्कूलों में स्कूलों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं का ब्लड ग्रुप एवं हीमोग्लोबिन की निःशुल्क जांच कर उन्हें प्रमाण पत्र दिए जाते हैं। जिला छिंदवाड़ा में जिला अस्पताल ब्लड बैंक की सहायता हेतु 16 रक्तदान शिविरों को लगाकर के 1150 यूनिट रक्तदान करवाया जा चुका है। जो कि जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए यह रक्त बहु उपयोगी सिद्ध साबित हुआ।

रक्तदान में हमारा सर्वप्रथम मानना यह है कि जिस मरीज को रक्त लग रहा है रक्त उसके भाई बहन या उसके सगे रिश्तेदार, नातेदार, दोस्त एवं पडोसी करें। संदर्भित विषय में जब हमें पूर्ण जानकारी संतोषजनक प्राप्त हो जाती कि मरीज का कोई भी व्यक्ति रक्तदान के लिए उपयुक्त नहीं है या उसे उस ग्रुप का रक्त नहीं मिल पा रहा तब हम हमारे ग्रुप से नि:शुल्क रक्तदान हेतु हमारे जागते रहो ग्रुप खून का रिश्ता ग्रुप के रक्तदाता को प्रदान करते हैं। हमारा रक्तदाता अपने वाहन से ब्लड बैंक तक आवागमन करता है और अपना नि:शुल्क रक्त देकर के आता है हमारे रक्तदाता आज तक किसी मरीज से एक चाय के भी दाग में नहीं है।

रक्तदान 18 वर्ष की आयु से 65 वर्ष की आयु तक आप निरंतर कर सकते हैं रक्तदान वर्ष में चार बार आप कर सकते हैं। इस प्रकार आप अपने जीवन काल में 188 बार रक्तदान करके 188 जिंदगियों को बचा सकते हैं।

विश्व रक्तदाता दिवस के उपलक्ष में समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने देश के समस्त गणमान्य नागरिकों को बधाई दी है और सभी से आग्रह किया है कि वक्त पर रक्त की आवश्यकता के लिए गुहार करता कोई भी मरीज मिले तो तत्काल अपना हाथ आगे करके रक्तदान करें।

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