यहां कुछ डॉक्टरों की पोल खोल को देखिए , कोरोना नेगेटिव को बना देते हैं पॉजिटिव ? कैसे कहे भगवान ?

रिपोर्टर:-
एक वक्त था कि जब डॉक्टरों को लोग भगवान के रूप में मानते थे।
पर आज के दौर के कुछ ऐसे भी डॉक्टर है जो हैवान बन बैठे हैं।
जिनको सामने सिर्फ पैसा ही एक साधन है इंसान नहीं !
यह मामला लखनऊ के मेडिकल कॉलेज,कंचन मार्केट के बगल में स्थित लखनऊ हेरिटेज अस्पताल का है ।
बताया जाता है कि अस्पताल के प्रबंधक डॉ वीरेंद्र कुमार मेरे द्वारा बनाए गए वीडियो में साफ शब्द में कहते सुने जा रहे हैं।
जब मैंने उनसे पूछा यह कोरोना पॉजिटिव थे या नहीं? रिपोर्ट दिखाइए।
तो वह बोले कि रिपोर्ट मांगोगे तो मृत्यु प्रमाण पत्र में कोरोना पॉजिटिव दिखा दूंगा?
फिर तुमको लाश की शक्ल तक देखने को नसीब नहीं होगी, ना ही अंतिम संस्कार कर पाओगे।
हमारे यहां बिना रिपोर्ट कराएं कोविड-19 के मरीजों का इलाज शुरू कर दिया जाता है।
मामला हमारे साडू अंकित वर्मा ,29 वर्ष का है जो कि लखनऊ में रहते थे।
डॉक्टर उसे 19 अप्रैल से कोविड वार्ड में जबरिया भर्ती रखे थे।
बिना जांच रिपोर्ट कराए कोविड के प्रभावशाली 3 Remedisiver injection लगा दिए ।
जिससे उसकी आज सुबह 2am पर दर्दनाक मृत्यु हो गई ।
29 वर्ष का वह युवक डॉo की लापरवाही से तड़प तड़प कर मर गया!
यहां अस्पताल में सिर्फ 30 कोविड मरीज भर्ती करने के लिए बैड हैं।
मगर वह 80 मरीज भर्ती किए है,
अपने वीडियो में साफ-साफ कहा कि किसी भी मरीज की कोविड की जांच नहीं कराई जाती है।
बस सीधे इंजेक्शन लगा कर इलाज शुरू कर दिया जाता है।
बच गया तो सही हो गया, मर गया तो शमशान पहुंच गया!
मेरे हाथ में है कि मैं किस को पॉजिटिव करूं या किस को नेगेटिव।
जो रिपोर्ट मांगता है उसको मैं पॉजिटिव करवा देता हूं।
फिर बॉडी सील होने के बाद परिजनों को दे दी जाती है।
टीम कोविड के रिपोर्ट नहीं मांगेंगे तो मैं मरीज को नेगेटिव दिखा दूंगा ।
उन्होंने यही ही किया जब वह पॉजीटिव नही था तो फिर बड़ी सील क्यों कीया ? उसके पीछे भी इनका कोई खेल था !
मेरे साल ने जो सोने की दो तोले की चेन व हीरे की अंगूठी पहनी थी वह भी अस्पताल के कर्मचारियों ने निकाल ली।
डॉक्टर परिजनों को इतना डरा ही देते हैं कि वह लाश को वैसे ही जला देते हैं।
मगर मेरे साले के साथ ऐसा नहीं हुआ, जब वह बॉडी को खोला गया उसका दाह संस्कार सारे रीति-रिवाजों द्वारा किया गया।
जिसके बाद बॉडी को खोलने पर पता लगा कि चेन और अंगूठी गायब है?
मेरा सभी से अनुरोध है कि ऐसे डॉक्टरों को पहचाने और इन से बच कर रहे कि जो जीते जी तो पैसा लेते हैं मरने के बाद भी नहीं छोड़ते!
अंकित वर्मा कोरोना पॉजिटिव नहीं था मगर इस भ्रष्ट, लालची , हैवान किस्म के डॉक्टर के इलाज से आज वह दुनिया में नहीं है।
इस हैवान डॉक्टर ने एक पत्नी का पति एक बहन का भाई एक मां का बेटा छीन लिया।