रूस यूक्रेन की जंग का आज दसवां दिन है फिर भी इस जंग पर कोई किसी की पाबंदी नहीं बल्कि और भी बनते जा रहे विपरित परिणाम ऐसा क्यों?
एडमिन
दो लोगों के झगडने पर तमाशबीन द्रारा झगड़ा न छुड़ाना,वैसे स्थिति रूस यूक्रेन की बन गई है
आज दस दिन हो गये है रूस यूक्रेन के झगडे को लेकर, पूरा विश्व के राष्ट्राध्यक्ष तमाशबीन बने दूर से देख रहे जैसे कि
दो लोग आपस में झगड़ा करते हैं वहां इकठ्ठे तमाशबीन भीड़ एकत्रित होकर मजा लेती है।
विडियो बनाती है ,जो दो लोग झगड़ा कर रहे हैं वहां खून से सराबोर हो जाते हैं।मगर अफसोस कि उस झगड़े को कोई नहीं छुड़ाता जिस से दोनों गंभीर हो जाते हैं।
ऐसी स्थिति में उसके बाद पूरे प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रानिक मीडिया सोशल मीडिया और टीवी न्यूज चैनल वाले सब के सब दिन रात बड़े बड़े भाषण पेले जाते हैं डिबेट्स दिखाए जा रहे है।सच बात तो ये है कि 24सो घंटे भर ऐसे टीवी न्यूज चैनल्स को , आसानी से खबर चलाने का बड़ा मौका मिल गया है।
एक ही खबर को तरह तरह के पुराने वीडियो दिखाकर न्यूज का कोरम पूरा किया जा रहा है। यूक्रेन और रूस की जंग की खबर दुनिया के लिए ये एक तमाशा ही बनके रह गया है।
अगर तमाशबीन लोग मजा लेने या विडियो बनाने की अपेक्षा झगड़ा छुड़ाते तो इतने गंभीर नहीं होते ,कम से कम जान तो बच जाती ,पिडित वर्ग के परिवार भी गुहार लगाते काश लोग ये झगड़ा छुडा देते।
वैसी स्थिति आज रूस यूक्रेन की हो रही है पूरा विश्व तमाशबीन बन कर रोज विडियो जारी कर रहा है , आए दिन रोज
रोज एक दूसरे से पूछ रहे आज क्या हुआ? ,ये पूरे विश्व के राष्ट्राध्यक्ष लोग तमाशबीन से कम नहीं लगते!
आज क्यो नही प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया सोशल मीडिया इस पर कर्मों नहीं कुछ बोलती ,विडियो दिन भर क्यो दिखा रही है?
इस से यही साबित होता है , तमाशबीन की सोच संपूर्ण विश्व के राष्ट्राध्यक्ष की सोच एक सी है ,हम को क्या करना है?