लखनऊ का जानकीपुरम इलाका क्यों बना नशेड़ियों व गंजेडियों का गढ़?

रिपोर्टर:-

सावन‌ महीने के शुरू होते ही उत्तर प्रदेश की राजधानी में सक्रिय हुए मादक पदार्थों के तस्कर ।

अगर लखनऊ की बात की जाए तो जिम्मेदार अधिकारी तो अपनी जिम्मेदारियों को बाखूबी निभाते नजर आ रहे हैं।
परंतु कुछ विशेष सूत्रों की मानें तो कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों एवं दलालों की शह पर चरम पर हो रही मादक पदार्थों की तस्करी।
वैसे तो लखनऊ के भिन्न-भिन्न कोनो में मादक पदार्थ के तस्करों का मामला सामने आता रहा है,
और पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा भी गया।
परंतु लखनऊ के जानकीपुरम में नशे के सौदागरों में अपना अव्वल स्थान बना रखा है।
एवं बीते कई वर्षों से जानकीपुरम थाना क्षेत्र के अंतर्गत मौर्य भट्टे से सेक्टर 3 भवानी बाजार होते हुए चंद्रिका टावर तक बना रहा गढ़।

हालांकि पुलिस द्वारा पिछले वर्ष बड़े स्तर पर कार्रवाई की गई थी परंतु कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों एवं सफेद पोशाक लोगों की सह पर फिर से बिकने लगता है मादक पदार्थ।
कुछ निजी समाचार पत्रों एवं चैनलों के माध्यम से खबरों के प्रकाशित होने के उपरांत उच्च अधिकारियों के संज्ञान में जाने के बाद इस पर कार्रवाई तो कुछ क्षण के लिए होती है,
परन्तु अंदर ही अंदर पूर्व की भांति और तेजी से पनपने लगता है मादक पदार्थों के तस्करों का कारोबार ।

आखिरकार जानकीपुरम पुलिस का किन कारणों से नहीं जा रहा युवा पीढ़ी को नशे के आगोश में भेजने वाले।
एवं शहर में अपराधिक गतिविधियों को बढ़ाने वाले ऐसे कुख्यात अपराधियों पर ध्यान।
और किन कारणों से जानकीपुरम पुलिस है इन पर मेहरबान?

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT