लायंस चिकित्सालय के सातों अभियुक्त की फौरी हो गिरफ्तारी, क्या है मामला?
तकीम अहमद जिला ब्यूरो
छिंदवाड़ा परासिया
लायंस नेत्र चिकित्सालय परासिया के सातों अभियुक्त की हो शीघ्र गिरफ्तारी
वसूली रकम त्रुटि सुधार हेतु जिला कलेक्टर को दिया समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने जन सुनवाई में आवेदन
समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया को जान माल का खतरा पूर्व में भी हुआ प्राण घातक हमला
जिला छिंदवाड़ा के लायंस क्लब, परासिया लायंस सेवा समिति द्वारा संचालित लायंस ऑई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर वार्ड क्रमांक 9 बियर हाउस स्टेशन रोड परासिया के विरुद्ध जिले के सक्रिय समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने विगत वर्ष से निरंतर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के प्रमुख 14 विभागों में लायन्स संस्था द्वारा अनियमिताएं एवं नेत्रदान संबंध में अपनी लिखित शिकायतों कों किया।
जिसमें मध्य प्रदेश शासन द्वारा लायंस क्लब के नेत्र चिकित्सालय परासिया द्वारा किए गए दीन दुखी निर्धनों के 5 वर्षों के 17958 मोतियाबिंद ऑपरेशनों की जांच की गई है। शासन द्वारा जांच में 10% रेंडमली जांच 1808 केशो की की गई जिसमें लायंस क्लब नेत्र चिकित्सालय परासिया द्वारा 76% अर्थात 13800 फर्जी बिल लगाए हुए पाया गया।
जिसके तहत 10 जनवरी 2025 कों मध्य प्रदेश शासन द्वारा लायंस क्लब लायंस ऑई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया के पिंकेश पटोरिया, पूरन राजलानी,अनिल जैन, अलोक जैन,कन्हैया राजलानी, हरिशंकर साहू, जगजीत सिंघ मान के विरुद्ध एफ. आई.आर. दर्ज करवाई गई। जिसमें परासिया पुलिस द्वारा 420, 409, 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है ।
4 फरवरी मंगलवार जनसुनवाई मे समाज सेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने छिंदवाड़ा पहुंच पुलिस अधीक्षक एवं जिला कलेक्टर को आवेदन दिया। जिस पर पुलिस अधीक्षक से लायंस आई हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर परासिया के सातो अभियुक्त को शीघ्र गिरफ्तार करने की गुहार लगाते हुए बताया कि यह सातो अभियुक्त धनाड्य एवं रसूकदार लोग हैं यह अपने पैसों की दमखम पर साक्ष्य सबूतों को मिटाने का निरन्तर प्रयास कर रहे है।
लायंस आई हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर परासिया के सातो अभियुक्त ने माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर में एक याचिका 482 (पुलिस द्वारा लिखी गई एफ.आई.आर. को क्रश करवाना) की अपील की है। इस केस में मैं स्वयं ऑबजेक्टर (आपत्तिकर्ता) के रुप में उपस्थित हुआ हूं।
जिसका मूल शिकायकर्ता मैं स्वयं हूं 18.02.2025 को माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा पुलिस डायरी पेश करने के आदेश एवं इनको 18.02.2025 तक हिरासत में न लेने के निर्देश दिये हुए थे।
इन्हीं में से एक अभियुक्त पिंकेश पटोरिया द्वारा कल फेसबुक में छिन्दवाड़ा के पूर्व पुलिस अधीक्षक पद पर रहे डी.जी.पी. पद से सेवानिवृत्त हुए शैलेन्द्र सिंह के सेवानिवृत्त कार्यक्रम की अन्य दो अभियुक्त पूरन राजलानी एवं अनिल जैन के साथ पुलिस वरिष्ठ पदाधिकारी की फोटो को वायरल कर अपना प्रभाव एवं रुतबा दिखाते हुए पुलिस कार्यवाही में व्यवधान डालने का प्रयास किया गया है।
मेरे द्वारा लायंस आई हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर परासिया के विरुद्ध शिकायत करने के उपरान्त मुझ पर अज्ञात वाहन से प्राणाघातक हमला भी करवाया गया है जिसकी थाना परासिया एवं आपके कार्यालय में शिकायत दर्ज की गई है।
जिले के सभी राजनीति दलों में इनका हस्तक्षेप है। इनसे हमेशा मेरी जानमाल की हानि का डर बना रहता है। मुझे पूर्ण शंका है कि यह अज्ञात वाहन का मामला इन्हीं लोगो के द्वारा करवाया गया था। इन आरोपीगणों का अज्ञात आरोपी के स्थान पर नाम दर्ज कर जांच कराई जावे। भविष्य में मेरा या मेरे परिवार का किसी भी प्रकार से कोई भी जान माल की क्षति या कोई भी अप्रिय घटना या दुर्घटना होती है तो उसके लायंस क्लब, लायंस आई हास्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर परासिया के सभी पदाधिकारी पिंकेश पटोरिया, पूरन राजलानी, अनिल जैन, आलोक जैन, कन्हैया राजलानी, हरिशंकर साहू, जगजीत सिंघ मान एवं अन्य पदाधिकारी उत्तरदायी होगें ।
मेरे द्वारा लगातार लम्बे समय से इन आरोपीगणों की शिकायत की जा रही है शासन प्रशासन संतोषप्रद कार्यवाही नहीं कर रहा है। जिसके कारण इनके हौसले बुलन्द है मेरे और मेरे परिवार के साथ कोई भी अप्रिय घटना कारित होती है तो उसकी जवाबदारी शासन एवं प्रशासन की भी होगी। क्योंकि प्रत्येक नागरिक का जान माल की रक्षा करने की जवाबदारी शासन प्रशासन की है।
इसके साथ ही मंगलवार जनसुनवाई में जिला कलेक्टर पहुंच समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने बताया आपके आदेश पत्र क्रमांक 143/वि.लि.-1 (ए) /2025 दिनांक 08.01.2025 को अनिल जैन लायंस आई हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर परासिया से वसूली रकम 02,04,06,818/- रुपये हेतु माननीय तहसीलदार महोदय परासिया को दिशा निर्देश दिये गये थे इसी अंतर्गत माननीय तहसीलदार महोदय परासिया द्वारा कुर्की संबंधी कार्यवाही की जा रही है।
लायंस आई हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर परासिया ने राष्ट्रीय अंधत्व मुक्त मिशन भारत के तहत वर्ष 2018 से लेकर वर्ष 2022 तक इन 5 वर्षों में 17,958 मोतियाबिन्द के आपरेशन किये हैं जिस पर शासन द्वारा इन्हें 03,59,16,000/- रुपये की राशि प्रदान की जा चुकी है। मैं रितेश चौरसिया मेरे स्वयं के द्वारा लिखित शिकायत पर की गई कार्यवाही पर म.प्र. शासन ने लायंस आई हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर परासिया द्वारा किये गये 5 वर्षों की आपरेशन की जांच किया जिसका रेंडमली 10% भौतिक सत्यापन किया गया जिसमें 1808 केसों में 76% अर्थात 1380 केसों के फर्जी बिल पाये गये। जिसकी वसूली हेतु आदेश पारित है।1380 का 100% हम देखें तो 13800 होता है 13800 का गुणा 2000 में हम करेगें तो रकम 02,76,00,000/- (दो करोड़ छयात्तर लाख रुपये) होती है।
इसके पूर्व समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया द्वारा जिला कलेक्टर कों 15 जनवरी 2025 को त्रुटि सुधार हेतु आवेदन पत्र दिया गया है। जन सुनवाई आवेदन में जिला कलेक्टर से गुहार किया कि आवेदन का अवलोकन कर त्रुटि सुधार करें जिससे शासन को होने वाले आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके ।