वालिदैन को दुधमुंही और लावारिस की तरह बच्चों को रेलवे स्टेशन पर छोड़कर भागने के पीछे की वजह खस्ता हाली थी या कुछ और ?
रिपोर्टर,
दुधमुंही बच्ची को रेलवे कल्याण स्टेशन पर छोड़कर भागे माता- पिता को आखिरकार कल्याण रेलवे पुलिस ने 17 दिनों के बाद हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया!
मुख्य घटना ये है कि मा-बाप ने बच्ची को गरीबी की वजह से छोड़ दिया था!
जानकारी के अनुसार खडवली रेलवे स्टेशन पर 28 नवम्बर को 26 वर्षीय गोरख यादव अपनी डेढ़ महीने की बच्ची को छोड़ कर भाग गया था।
रेलवे पुलिस बच्ची को अपने कब्जे में लेकर उसके माता- पिता की तलाश में जुट गयी थी।
स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू किया तो मालूम पड़ा कि वो लोग आटगांव रेलवे स्टेशन से लोकल में संवार थे।
पुलिस आटगाँव में जाकर स्थानीय सरपंच, पुलिस पाटिल की मदद से एक महिला तक पहुंची।
बताया जा रहा कि सुभद्रा (21) उसकी बेटी है और लावारिस् छोड़ी बच्ची उसकी नातिन है।
उस महिला ने बताया कि सुभद्रा का पति गोरख यादव उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले का निवासी है। सुभद्रा और गोरख ने तीन साल पहले शादी की थी । शादी के कुछ ही समय बाद गांव छोड़कर कहीं दूसरी जगह चले गए ।
महिला ने बताया कि दोनों 19 नवंबर को यहां एक बच्ची को लिये हुए आये थे । लेकिन 28 नवंबर को वहां से निकल गए इसके बाद उनका कोई सुराग नही चल सका।
पुलिस ने उन लोगों का मोबाईल नम्बर ट्रेस आउट किया तो पता चला कि वे लोग हैदराबाद के मेडक जिले के नन्दीगाम में रह रहे है।
आखिरकार कल्यान रेलवे पुलिस (जीआरपी) के इंचार्ज दत्ता पाबले, माणिक साठे के मार्गदर्शन में पुलिस की एक टीम हैदराबाद गयी और वहां बड़ी मशक्कत के बाद दोनों को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि गरीबी से तंग आकर उन्होंने यह अमानवीय कृत्य किया है !
गोरख यादव हैदराबाद में मजदूरी करता था। लेकिन इस दिहाड़ी से उसका ठीक से घर का खर्च नहीं चलता था। तो वह बच्ची को कैसे पालता ?