सांसद में वह बोली आज सुनते जाइए , डरिए नही?
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
राहुल गाँधी के बाद बारी थी महुआ मोइत्रा के बोलने की। नाम पुकारा गया, महुआ उठ खड़ी हुईं बोलने के लिए, इतने में मोदी तुरंत महुआ नाम सुनते ही चुपचाप खिसकने लगते हैं।
महुआ बोलती हैं,”डरिये मत सर, डरिये मत, आज तो सुनते जाइये
सबकुछ सुनकर भी अनसुना का नाटक कर मोदी निकल लेते हैं।
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महुआ भाषण अपने ही तेवर और उसी तीखे आवाज़ में शुरू करती हैं, इतने में माइक बार -बार बंद करने वाला स्पीकर जो कि राहुल गाँधी द्वारा मोदी से झुककर मिलने की बात पर पहले ही बेइज्जत हो चुका था, महुआ की लिस्ट में अपना नाम जान निकल जाता है, महुआ फिर बोलती हैं जिसको जाना है जाये।
संवाद;पिनाकी मोरे
बात दे कि दरअसल इसी सभा में इन्हीं लोगों द्वारा महुआ की बेइज्जती की गईं थी। उन्हें संसद से निलंबित किया गया. लेकिन महुआ आज दोबारा चुनकर आईं और संघियों से अपना हिसाब चुकता करने ठानकर आईं थी। उन्होंने संसद में अपने पहले स्पीच 2019 की तरह आग उगली और कहा, “पिछली बार जब मैं यहां खड़ी थी तो मुझे बोलने नहीं दिया गया, लेकिन सत्ताधारी दल ने एक सांसद की आवाज दबाने की बहुत भारी कीमत चुकाई है। मुझे बैठाने के चक्कर में जनता ने आपके 63 सदस्यों को स्थायी रूप से बैठा दिया बताइये एक तेजतर्रार महिला को सुनने की इन लोगों में हिम्मत नहीं है।
ये लोग मिसॉजिनिस्ट् टाइप लगते हैं . इन्हें सवाल करती, लड़ती महिलाएं अच्छे नहीं लगते। ये पर्दे के पीछे गलत हरकत करने वाले लोग हैं। ये सवाल जवाब में एक महिला से जीत ही नहीं सकते। संसद में इनके लिए एक महुआ ही काफी है, जिनके आते ही कुर्सी छोड़ भाग खड़े होते हैं ये लोग।जियो महुआ तुम संसद में पाँच साल इन लोगों को चैन से जीने नहीं दोगी हमें यकीन है।