अबकी बार सत्ता हाथ से छूटे जाने का सता रहा है भय इस लिए इनके चेहरे की खत्म हो रही सारी रौनकें
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
मौत से डरने वाला कायर बंदा मौत को सामने देख क्या करता है?
मौत को डराना चाहता है। वह जानता है कि मौत को तो डरा नहीं सकता, रोक नहीं सकता, फिर भी हाथ पाँव तो पटकता ही है। कोशिश तो करता ही है ही।
यही हाल हो रहा सत्ता का लालची मोदी का । सत्ता हाथ से जाती देख वह पब्लिक को डराता है। झूठ पर झूठ बोलता है कि किसी तरह से सत्ता बच जाए लेकिन जब जनता ने ही मन बना लिया हो तो सत्ता जानी तय ही है।
नरेंद्र मोदी इस चुनाव में सत्ता जाते देख बेतरह डरे हुए दिख रहे छटपटा रहे हैं। अब तो उन्हें झूठ, फरेब, जुमलों की बुनियाद पर किसी तरह से खड़ी की गयी सत्ता की दीवार हिलती नजर आ रही है।
अपनी सत्ता जाने के डर से थर थर कांपते, बदहवास मोदी की आवाज बैठ रही है। वे बोलते बोलते अटक जा रहे हैं। चित्त अस्थिर, मन व्याकुल है। कभी कभार बच्चों की तरह रोने लगते है। आंसू टपकते है उनके।
मोदी सत्ता जाने के बाद का परिणाम सोच सोचकर इतने परेशान हैं उन्हे जैल की सलाखें दिख रही है। खुद का अस्तित्व भूलने लगे हैं। उन्हें अपने पैदा होने में ही संशय हो रहा है।
दरअसल मोदी, कांग्रेस को, इंडिया गठबंधन को सत्ता में आते देख डर गए हैं। उन्हें 10 साल में हुए घपले-घोटाले, मित्रों को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाने के मामलों की जांच होने भर का सोचकर ही सिहरन होने लगी है। 4 जून के बाद उन्हें अपना सुख चैन छिनता नजर आ रहा है। उनकी सारी कोशिशें फेल होती नजर आ रही है।
इसलिए ही तो मोदी सबको डराने बरगलाने में लग गए हैं कि इंडिया गठबंधन की सरकार आई तो घर छीन लेगी, भैंस छीन लेगी, मंगलसूत्र छीन लेगी, टोटी खोल ले जाएगी, बिजली के तार काट ले जाएगी, राम मंदिर पर ताला लग जायेगा आदि इत्यादि।
मोदी अब यही सब बतायेंगे। इसमें उनका बहुत दोष भी नहीं है। अक्सर मौत आती देख लोग डर ही जाते हैं। जिसने जिंदगी में कोई अच्छा काम न किया हो उसे नरक का भी डर लगता ही है।
आज की बात है..
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के पहले ही मोदी का भेजा निकाल लिया लगता है। इसी कारण अल्ल बल्ल बक रहे हैं।
साभार; पिनाकी मोरे