अब तो यहां बारिश का मोसम भी नही फिर भी मालवणी के महाकाली कच्चे रोड ईदगाह मैदान की इतनी दयनीय हालत? जरा तो शर्म करो जिम्मेदारों

मुंबई मालाड,मालवणी
विशेष संवाददाता

मालाड मालवणी महाकाली कच्ची रोड ईदगाह मैदान को लेकर
सय्यद जमाल अख्तर की एक खास रिपोर्ट

अभी तो बरसात भी नहीं है फिर भी हालत बरसात जैसे।
सैकड़ो बार नेताओं ने नारियल फोड़े मगर हालात नहीं बदले

मालाड मालवणी (W) एन,सी, सी, कच्चा रोड नियर ईदगाह से गेट नंबर,8 म्हाडा, अंबोजवाडी तक सभी रस्तो की हालत बेहद खराब हो चुकी हैं.।
इन सब का जिम्मेदार कौन.?

यहा से तीन बार विधायक रह चुके अस्लमशेख जी.?
यहा से दो बार सांसद रह चुके गोपाळशेट्टी जी .?
यहा से कुछ एक्स नगरसेवक , नगरसेविका .?
यहा पी/नॉर्थ वार्ड बृहन्मुंबईमहानगरपालिका के सहाय्यक आयुक्त .? किस किसको जिम्मेदार ठहराया जाए?

मालाड मालवणी विभाग की घनी बस्तीतियो मे आए दिन नगर सेवक,विधायक और सांसद के सिर्फ बडे बडे बॅनर दिखाई देते हैं और जगह-जगह बस नारियल फोड़े जाते हैं कि जनहित कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है पर इन के द्वारा यहां की आम जनता को दिए जा रहे वायदे और लोलीपॉप सिर्फ और सिर्फ ढकोसले ,और खोखले साबित होते दिखाई दे रहे है। यहां की मेन समस्या की तरफ कोइ किसी का कतई ध्यान नहीं है इस लिए जरूरी
काम कोई करता नही हैं और कुछ निकम्मे एक्स नगरसेवक, नगरसेविका और उनके हमसाए आंख कान बंद किए हुए हैं। हम बारंबार यहां के इल्काई सड़कों की खस्ता हाल पर मामला प्रकाशित करते रहे है किंतु इन्हे तो सांप सूंघ गया है,इसलिए इन जिम्मेदारों का इस पर कोई तवज्जो नहीं है। मात्र यहां की आम जनता कीड़े मकोड़ों की तरह दलदल और खस्ता हाल सड़कों की चक्की में गेहूं के आटे की तरह पिसे जा रही है। शायद अबकी बार आने वाले बीएमसी,विधायक और लोकसभा इलेक्शन में
इन सब को मालाड मालवणी की जनता जरूर सबक सिखायेगी. इनकी औकात दिखेगी।

गौर तलब हो कि मलाड मालवणी वेस्ट का यह गरीबों मजदूरों की घनी बस्ती का इलाका माना जाता है और यहां के विधायक जनाब असलम शेख जी भूतपूर्व कैबिनेट मिनिस्टर रह चुके हैं। बावजूद इसके यहां की सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क कह पाना बहुत मुश्किल है । मलाड वेस्ट मालवणी की सड़कें पूरी तरह से जर्जर है, गड्ढों में तब्दील हो चुकी है जिसमें आए दिन हादसे होते रहते हैं ।लेकिन इस तरफ़ ना तो किसी जनप्रतिनिधियो का ध्यान जाता है और ना ही किसी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी की नजर पड़ती है। सभी सड़कों में इतने गड्ढे हो चुके हैं कि यहां लोगों का चलना फिरना दूभर हो चुका है। नियर ईदगाह मैदान कच्चा रोड सबसे खराब सड़क के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है ।

इसी तरह यहां की अन्य सड़कें भी पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। इतना ही नहीं लापरवाही का आलम तो इस कदर है जोकि गेट नंबर आठ का मशहूर म्हाडा रोड बस स्टॉप के रोड पर देखा जा सकता है सिर्फ लोगों का चलना दूभर हुआ है ऐसे नही
बल्कि आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों के लिए जीवन नारकीय साबित हो रहा है। क्योंकि बीएमसी के आशीर्वाद ने तो अवैध पानी माफियाओं से तालमेल कर के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ कर अनलीगल पाइप लाइनों को खुली तौर से पानी माफियाओं को खैरात देने में छूट दे रखी है।

यहीं नहीं यहां जगह जगह पाइप लीकेज भी एक बड़ा कारण है यह कह पाना किसी के लिए आसान नहीं होगा कि गड्ढों में सड़क है या फिर सड़क में गड्ढे हैं। गेट नंबर 7 का हाल गेट नंबर 8 के रोड का जीता जागता हाल ईदगाह मैदान, कच्चे रोड का हाल वीडियो में आप देख रहे हैं लगभग सड़कें पूरी तरह उधड़ चुकी हैं। लोगों का आवागमन संकटमय हो चुका है। सभी जगहों की सड़कें पूरी तरह जर्जर हो चुकी हैं। इतना ही नहीं नई बनाई गई सड़क गेट नंबर 6 से कच्चे रोड को जोड़ने वाली रोड की भी दयनीय हालत देखते हुए बंद कर दी गई है। वीर अब्दुल हमीद मार्ग की इस सड़क का डामरीकरण का नामोनिशान तक नही बचा है। सब कराया धराया काम पूरी तरह से मिट गया है। पूरी सड़क में गढ्ढे ही गढ्ढे नजर आ रहे है।

इस इलाके के 3+ 4. बार एक्स नगरसेवक रह चुके हैं। विधायक कांग्रेस नेता असलम शेख जी, बीजेपी के एमपी गोपाल सेठी जी के जनप्रतिनिधियों के कार्यशैली पर सवाल उठाए जाने को मजबूर होना पड़ता है लेकिन सभी खद्दरधारी नेता कुंभकर्णी नींद में सोते हुए सिर्फ अपनी जेबे भरने में लगे हुए हैं। जनता की समस्याओं से इन जनप्रतिनिधियों का कोई सरोकार नहीं है। ना इन्हे जनता की पीड़ा और परेशानी की कोई परवाह रही है।

ईदगाह मैदान के पास के स्थानीय निवासी संतोष तिवारी ने बताया एमडी न्यूज चैनल के संवाददाता को बताया कि अनगिनत अनलीगल पाइप लाइन के कनेक्शन की वजह से आए दिन जल भराव होता रहता है जैसे कि बरसात के मोसम में होना चाहिए। पूरी सड़के दलदल और गंदगी से लुप्त हो चुकी है। गन्दगी की वजह से भीड़भाड़ वाली जनता त्रस्त है तरह तरह की बीमारियों से पीड़ित है। खस्ता हाल सड़कों में इस कदर गड्ढे है जिसकी वजह से हर दिन हादसे होते रहते हैं। कच्ची रोड की सड़कें पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है लेकिन इस पर न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी ध्यान देता है और ना ही कोई नेता। सभी सड़कें पूरी तरह टूट चुकी है। अगली बार के चुनाव सर पर है। जिम्मेदार साहबो जरा तो शर्म करो।

साभार


पत्रकार सैयद जमाल अख्तर मालवानी मलाड वेस्ट मुंबई 95

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