अर्श से फर्श पर आने में देर नहीं लगती, जेट एयरवेज के मालिक का हश्र देखिए इतने बड़े मालिक के जेट एयरवेज बीते पांच साल से बंद पड़े है,और किसी विदेशी कंपनी के पास गिरवी है उनके प्लेन?

विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो

कुदरत का खेल देखिए अमीर से गरीब होने में वक्त नहीं लगता,
एक ज़माने में सफलता के आसमान में उड़ने वाले जेट एयर के मालिक नरेश गोयल जेल में कितने टूटे हुए और असहाय दिख रहे हैं?उन्होंने अदालत से कहा है कि उनकी सारी उम्मीदें टूट चुकीं हैं, इससे बेहतर है कि वो जेल में ही मर जाएँ!

गौर तलब हो कि हमने उनके अच्छे दिन भी देखे हैं और अब ये तस्वीर भी देख रहे हैं।
इस तस्वीर में जीवन की बहुत बड़ी सीख छिपी है।
कभी घमंड ना करें, जो आया है वो एक दिन जाएगा भी। समय के चक्र से उलझिए मत। इस धन दौलत, शोहरत और ताक़त को अपना समझने की भूल ना करें, याद रहे कि नरेश गोयल बैंक लोन डिफॉल्टर है और इस धन से उन्होंने विदेशों में अवैध प्रॉपर्टी खरीदी थी, जेट एयरवेज पिछले 5 वर्षों से बंद है और उनके प्लेन एक विदेशी कम्पनी के पास गिरवी है। अर्श से फर्श पर आने में समय नहीं लगता!

चाणक्य नीति में कहा गया है कि:-

अन्यायोपार्जितं द्रव्यं दश वर्षाणि तिष्ठति।
प्राप्ते एकादशे वर्षे समूलं च विनश्यति।।

इस श्लोक का अर्थ यही है कि अन्याय और गलत कार्यों से कमाया हुआ धन ज्यादा से ज्यादा 10 वर्षों तक ही व्यक्ति के पास रह सकता है। 11वें वर्ष से उस व्यक्ति के धन का विनाश होना शुरू हो जाता है। चाणक्य नीति के अनुसार पापकर्म द्वारा या किसी को कष्ट और क्लेश पहुंचाकर कमाया पैसा अभीशापित होकर मनुष्य का नाश कर देता है। इस धन के प्रभाव से सज्जन पुरुष भी पाप की और बढ़ने लगते हैं। इसलिए ऐसे पैसाें से बचना चाहिए, वरना जल्दी ही कुल सहित उस इंसान का नाश हो जाता है।
संवाद;पिनाकी मोरे

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