आत्मरति और सनक में की गई इनकी बेतुकी हरकतें नर्क तक भी पीछा नहीं छोड़ेगी
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
सभी को पता है। कि असली योगी कौन है? यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे लोग जो अक्सर भगवा ही पहनते हैं, संत-महंत परंपरा में दीक्षित हैं, संन्यासी हैं, योग-प्राणायाम जिनकी दिनचर्या का हिस्सा है–उन्हें ध्यान मुद्रा में फोटो खिंचवाते हुए किसी ने कभी देखा है?
लेकिन अवतारी पुरुष मोदी सरकारी खर्चे पर, भगवा चोला ओढ़कर चुनाव के अंतिम दिन दो-तीन दिन का ड्रामा ज़रूर खेलते हैं।
भक्त मंडली ताली बजा रही है इस अश्लील प्रहसन पर। मंडली का मानना है कि इस प्रहसन में न्यूज़ वैल्यू है। मान लिया कि पीएम का नाखून काटना भी न्यूज़ है तो उसके लिए चार-छह तस्वीरें और पीआईबी की एक रिलीज़ काफी है। लेकिन मकसद न तो न्यूज़ है न ही ध्यान।
आत्मरति में डूबा एक झूठा इंसान जो हर दिन दो से बीस लाख का सूट पहनता है, करोड़ों का चश्मा लगाता है, लाखों की घड़ी पहनता है वह जब एक दिन भगवा पहन कर तपस्वी बनने का ड्रामा करता है तो पाखंड भी त्राहिमाम करने लगता है।
ऊपर योगी आदित्यनाथ का उदाहरण इसलिए दिया क्योंकि वो उसी पार्टी के सदस्य हैं। जिनके अवतारी पुरुष. कई बार यह भी लगता है कि अवतारी पुरुष वाकई योगी आदित्यनाथ से खतरा महसूस कर रहा है इसलिए भगवा धारण कर तस्वीरें खिंचवाई जाती हैं।
अब एक संभावना पर विचार कीजिए। मान लीजिए कि बीजेपी सत्ता से बाहर हो जाती है या उसकी सीटें कम हो जाती हैं तब अवतारी पुरुष मोदी का क्या होगा?
आत्मरति और सनक में की गई ये बेतुकी हरकतें नर्क तक भी पीछा नहीं छोड़ेंगी।
संवाद;पिनाकी मोरे