आरोपी रामपाल की जेल में मौत, से मचा हड़कंप, क्या है जवाहरबाग कांड का काला सच ?जानिये !

IMG-20171113-WA0149

रिपोर्टर.

उत्तर प्रदेश में बीते साल 2 जून को ही मथुरा जिले में स्थित जवाहर बाग़ हत्याकांड हुआ था, जिसमें करीब दो दर्जन से अधिक लोग मारे गए थे।

इतना ही नहीं इस हत्याकांड में मथुरा सिटी एसएसपी मुकुल द्विवेदी समेत थाना फ़रह SHO संतोष कुमार की मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए थे।
जवाहरबाग कांड के मुख्य आरोपी रामवृक्ष का करीबी रामपाल जेल में बंद था।

61 वर्षीय रामपाल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई.
जेल में कैदी की मौत से हड़कम्प मचा हुआ है।
रामपाल लखीमपुर खीरी का रहने वाला था !
साल 2014 में रामवृक्ष यादव के नेतृत्व में सशस्त्र अतिक्रमणकारियों के एक दल ने जवाहर बाग की भूमि पर कब्जा कर लिया था ।

काफी कोशिश के बाद भी पुलिस व प्रशासन यह अवैध कब्जा नहीं हटा सकी थी।
इस संबंध में हाईकोर्ट में कई याचिकाएं लगाई गई, जिसके बाद हाईकोर्ट से कब्जा मुक्त कराने के आदेश दिए !
2 जून 2016 पुलिस फोर्स जवाहर बाग को खाली कराने पहुंची ।
जहां रामवृक्ष यादव के नेतृत्व में सशस्त्र अतिक्रमणकारियों ने हमला बोल दिया।

इस हमले में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसओ संतोष कुमार यादव शहीद हो गए थे।
वहीं कई पुलिस वाले भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में लगभग 22 सशस्त्र अतिक्रमणकारी भी मारे गए थे!

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT