इन्हे आरक्षण देने से परहेज़ क्यों है,जबकि बाबा साहब अम्बेडकर जी ने संविधान में आरक्षण का प्रवधान रखा था?
देश में अलोकसभा चुनाव चल रहे है लेकिन बीजेपी या यूं कहिए पीएम मोदी और अमित शाह आरक्षण के खिलाफ बोली बोल रहे है।उन्हे मुस्लिमो के लिए आरक्षण से ज्यादा तकलीफ हो रही है। उनका मानना है कि अगर विपक्ष चुनाव जीत कर सत्ता में आए गा तो सब से पहले मुस्लिम, दलित समाज के लिए आरक्षण का प्रावधान रखेगा। इस के लिए बीजेपी को ये बात मंजूर नही है
मुझे किसी भी प्रकार का आरक्षण नहीं मिलता लेकिन मैं मानता हूँ कि सभी समाज को बराबरी पर लाने के लिए आरक्षण का होना ज़रूरी है।
भारत के पुर्व प्रधान मंत्री पंडित नेहरू जी की भी सोच यही रही होगी क्योंकि जब बाबा साहब अंबेडकर जी ने संविधान में आरक्षण का प्रावधान रखा तब नेहरू ही प्रधानमंत्री थे ।
सवर्ण समाज के एक बड़े तबके को आरक्षण से कोई ख़ास आपत्ति नहीं है , कुछ लोग अपवाद हो सकते हैं।
आरक्षण के विरोध में जब भी कोई स्वर सुनाई दे , आप उस स्वर का पीछा करेंगे तो आप पायेंगे कि यह आवाज़ या तो नागपुर से पोषित है या फिर बीजेपी से ।
इसके बावजूद अगर एससी, एसटी या ओबीसी बीजेपी को समर्थन करता है तो उसे भी खुलकर आरक्षण का विरोध करना चाहिए। क्योंकि अगर किसी पार्टी में जा रहे हो , उसे वोट दे रहे हो तो उसकी विचारधारा को भी पूरा सम्मान दो ।
मोदी हटाओ आरक्षण को बचाओ।
संवाद;पिनाकी मोरे