इस क्षेत्र में पहली बार हो रहा है ऐसा शिविर जिस में सुसंस्कार सिख रहे है बच्चे
मोहगांव/हवेली/सौंसर
संवाददाता: मनोज डोंगरे
आत्मरक्षा, स्वस्थ शरीर, के साथ साथ सर्वांगीण विकास के गुर सिखाए जा रहें हैं।
मोहगांव हवेली / सौंसर ;
श्रीगुरुदेव सेवा मंडल अर्ध नारीश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर मोहगांव हवेली द्वारा स्व. शालिग्राम डोमाजी वंजारी शिक्षा परिसर में रविवार से गुरुकुल प्रणाली पर आधारित शुरू हुए जीवन शिक्षण सुसंस्कार शिविर में बच्चों को सुसंस्कारों के साथ साथ आत्मरक्षा, स्वस्थ शरीर के साथ सर्वांगीण विकास के गुर सिखाए जा रहें हैं। क्षेत्र में पहली बार ऐसा अभिनव आयोजन हो रहा हैं, जिसमें मोहगांव हवेली, सौंसर, घोटी, बोरगांव रेमंड, रझाड़ी पिपला, पंधराखेड़ी, बेरडी सहित विभिन्न ग्रामों के भारी संख्या में बच्चे भाग ले रहे हैं।
राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज ने स्वर्ग सम संसार की परिकल्पना करते हुए ग्राम स्वराज एवं व्यक्ति निर्माण हेतु ग्रामगीता ग्रंथ एवं सैकड़ों भजनों के माध्यम से जनजागृति की। उन्हीं के विचारों पर आधारित यह शिविर गुरुकुल पद्धति से रविवार से चल रहा हैं। जिसमें बच्चों को सुसंस्कार के साथ साथ सर्वांगीण विकास के गुर सिखाए जा रहें हैं।
आज शिविर के दुसरे दिन ग्रामगीता विश्वविद्यापीठ भू-वैंकुठ अड्याळ टेकडी से आए सुश्री रेखाताई गुराडे, सुश्री गंगाताई काकडे, विशाल पोहिनकर, आयुष आस्वले, मधुकर टिकले, कु. पुजा दोणारकर, कु. आरती, पराग खोकले एवं यश उरकुडे तथा मधुकर गायकवाड़ ने बच्चों को विभिन्न विषयों की जानकारी दी।
इस सुसंस्कार शिविर में बच्चों को आदर्श दिनचर्या, बौध्दिक सत्र, व्यायाम सत्र, उद्योग सत्र के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियां सिखाई जा रही हैं। इस शिविर का समापन 29 मई रविवार को होगा।