इस चुनाव में सबसे बड़ा फैक्टर सिर्फ राहुल गांधी का है, भारत जोड़ो यात्रा बड़ा फैक्टर माना जा रहा है

विशेष
संवाददाता एवं ब्यूरो

इन चुनावों में सबसे बड़ा फैक्टर राहुल गांधी का है।
उनकी भारत जोड़ो यात्रा बहुत बड़ा फैक्टर है।
ये चुनाव राहुल गांधी के इर्द गिर्द लड़ा जा रहा है।

मोदी ने इस चुनाव में अब तक एक बार भी नोटबंदी, जीएसटी..महँगाई बेरोजगारी, किसान, जैसे मुद्दे और अपने किये ब्लंडर्स के बारे में एक शब्द मुंह से नहीं निकाला है।
जब बोला तब सिर्फ राहुल गांधी बोला।

राहुल गांधी पिछले 12 13 साल से अपने पूरे खानदान के ऊपर भद्दे संबोधन, छिछोरे वक्तव्य और थोथे आरोप झेले जा रहे हैं।

लेकिन राहुल गांधी ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से लोगों को यह दिखा दिया है कि वे आज के अब्राहम लिंकन साबित होंगे।

राहुल गांधी अच्छी तरह जानते थे कि पिछले 12 सालों से उन पर जो हमले हो रहे हैं वह सिर्फ इसलिए कि वह मैदान छोड़कर चले जाएं ।
और देश को नीच , भेड़ियों के हवाले खुला छोड़ दें।

पेगासस हो या कोई भी तरीका, राहुल के खिलाफ कोई तंत्र काम नहीं आया।
टुच्चे से इल्जाम में सजा दिलवा दी गई।
लेकिन राहुल गांधी ने हार नहीं मानी और दृढ़ संकल्प के साथ खुलकर खड़े रहे आगे बढ़ते रहे।

ऐसा बहुत बार हुआ है कि लगातार पराजय को‌ देखकर विपक्ष ही नहीं बल्कि पक्ष के भी साथियों ने बहुत कुछ कहा।
लेकिन सत्य यही है कि राहुल गांधी अकेली शक्ति है अकेला एक ऐसा व्यक्ति है जो खुलकर तानाशाह नफरत और भ्रष्टाचार के सामने खड़ा है। वो भी
बिना किसी डर के, बिना किसी नतीजे की परवाह के।

राज जिसका भी चले
लेकिन किसी परिस्थिति में हम किसके साथ खड़े हैं, यह हमारे चरित्र और सोच को दर्शाता है।
और मुझे इस बात का संतोष है कि मैंने किसी भी स्थिति में किसी भी परिस्थिति में अपनी राजनीतिक विचारधारा से समझौता नहीं किया।
कोई हार या पराभव मुझे कांग्रेस की विचारधारा से दूर नहीं कर सकती।

राहुल गांधी मेरी विचारधारा के ध्वज वाहक हैं। जो विचारधारा बुद्ध, महावीर, गांधी की है, वह इस देश की है।
इस विरासत को गांधी ने बहुत सोच समझ कर नेहरू को सौंपा था।
और राहुल गांधी ने, ना नेहरू को निराश किया है, ना गांधी को और ना ही मुझ जैसे करोड़ों लोगों को।

इसलिए मे राहुल गांधी के कांग्रेस के साथ हूं।

संवाद; पिनाकी मोरे

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