एक ओर जातीय हिंसा की आग में जल रहा है मणिपुर तो दूसरी ओर अब एक मस्जिद को सशश्र ग्रुप और कमांडो ने जबरन बंकर में कर दिया तब्दील,हजारों लोगोंकी जान खतरें में?
मणिपुर
संवाददाता
जातीय हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर में अब एक मस्जिद को मैतेई सशस्त्र ग्रुप और कमांडो ने जबरन
बंकर में बदल दिया, जिससे हजारों मैतेई पंगल मुसलमानों के गांव में गोलीबारी शुरू हो गई। उनमें से 3000 से अधिक विस्थापित हैं।
मणिपुर के मुसलमानों को जबरन अशांति में घसीटा जा रहा है
क्वाक्टा में एक मस्जिद को मैतेई राज्य बलों/कमांडो द्वारा एक मजबूत बंकर में बदल दिया। इस तरह मुस्लिम समुदाय को धीरे-धीरे लेकिन जबरन युद्ध में शामिल किया जा रहा है।
मस्जिद का ही इस्तेमाल क्यों?
बिलकुल साफ़ है! मस्जिद से आदिवासियों पर हमला करने वाले मैतेइयों को निश्चित रूप से आदिवासियों से जवाबी हमला मिलेगा, जिससे मस्जिद को नुकसान होगा। बाद में आदिवासियों पर मुस्लिम मस्जिद पर हमला करने और उसे नष्ट करने का आरोप लगाया जाएगा और इसे दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए एक कहानी के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
क्वाक्टा के मुसलमानों को भी इसकी जानकारी है. फिर भी वे मजबूर हैं। इतनी बड़ी सशश्र ग्रुप और कमांडो की हथियार से लैस फोज के सामने निहत्थे मजबूर बेगुनाह लोग किस मुंह से सामना कर पाएंगे?