एक यक्ष प्रश्न यहां आमला मेमो ट्रेन में महिला कोच का प्रावधान क्यों नहीं?
छिंदवाड़ा
संवाददाता
छिंदवाड़ा से आमला मैमो ट्रेन मैं आखिर महिला क? यह बड़ा प्रश्न है?
छिंदवाड़ा:-विगत कई दिनों से संचालित छिंदवाड़ा से आमला/ आमला से छिंदवाड़ा मेमो ट्रेन जो की छोटे बड़े रोजगार से सम्बंधित महिला पुरुष एवं छात्र-छात्राएं व प्रतिदिन नौकरी पेशा लोग इस ट्रेन के सहारे अपने जीवन का हिस्सा मान कर प्रतिदिन यात्रा के सुविधा का लाभ उठाते हैं और आना जाना करते हैं जो कि उनकी जरूरत बन गई है। वहीं पर देखा जाता है कि इससे यात्रा के दौरान कुछ आसामाजिक अपराधी तत्व द्वारा शराब पीकर एवं मनचलों के द्वारा छेड़ा छाडी लगातार होती रही है ।
अलग-अलग स्टेशन मैं चढ़कर यह लोग अपराध को अंजाम देते हैं इसके कारण मजबुरी की मारी महिला एवं छात्राएं इन आवारा लोगों के अत्याचारों को चुपचाप सहन करने पर मजबूर है। ना चाहते हुए भी मजबूरी मैं सब कुछ सहती रहती है। वही देखा गया है कि रेल प्रशासन पूरी तरह से सब कुछ देखते हुए भी मौन है।
रेलवे पुलिस किसी भी प्रकार से ट्रेन में नहीं चलती है जिसे आसानी से इन तत्वों के हौसले बुलंद रहते हैं और वह भोली-भाली लड़कियां एवं महिला को अपना शिकार बनाते रहते हैं। छेड़ा छाडी भी चालू कर देते है भोली भाली लड़की को बरगलाने वाले इस ट्रेन में सफर करते हैं। मादक पदार्थ को विक्रय करने वाले से संबंधित लोग इस ट्रेन में सफर करते हैं जबकि हालात
ऐसे है कि बाथरूम में भी शराब की बोतल पड़ी रहती है। और बाथरूम भी हर हमेशा बहुत गंदा रहता है। जब देखो जिधर उधर लैला मजनू ट्रेन में आपत्तिजनक हरकत करते नजर आते रहते हैं। यहां तक ट्रेन में जुएं का खेल लगातार जारी होता है।
ट्रेन में बोगियां की कमी के कारण खचाखच भरे होती है जिसके कारण अपराधी प्रवृत्ति के लोग जानबूझकर सीटों पर कब्जा कर लेते हैं जिसके कारण बुजुर्ग लोग एवं महिलाएं खड़े रहकर सफर करने परमजबूर होते हैं। वही इस ट्रेन में महिला कोच की सुविधा बिल्कुल भी नहीं है ?
मैं राजेंद्र अग्रवाल एक जिम्मेदार नागरिक एवं “राष्ट्रीय संगठन मंत्री “ब्रॉड गेज रेलवेसंघर्ष समिति के पदाधिकारी होने के नाते और आम जनता की तरफ से मैं मांग करता हूं कि इस ट्रेन में दो महिला कोच को लगाया जाये! और इस महिला कोच में महिला RPF आरक्षक की हमेशा के लिए तैनाती की जाये । जिससे प्रतिदिन आने जाने वाली महिला अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें।
वहीं इस ट्रेन में लगातार रेलवे पुलिस की भी तैनाती की जाए। जिससे वहां पर होने वाले शराबी एवं मनचले लोगों से आसामाजिक तत्व जो कि लगातार इसमें ट्रेन को अपना हिस्सा बन चुके हैं उन पर नकेल कसी जाए और शरीफ लोगों को इस यात्रा में मदद मिल पाए।
जिले के जन प्रतिनिधि व नवनिर्वाचित सांसद श्री विवेक बंटी साहू जी जो हमेशा रेलवे के उत्थान के लिए उचित कदम उठाने में तत्पर रहते हैं उनसे मेरी मांग है कि वह इस पर जरूर विचार करेंगे और रेलवे से संबंधित अधिकारी को तत्काल इस पर काम करने के लिए आदेशित करें जिससे छिंदवाड़ा जिले को अपमानित होने से बचाया जा सके।
आपका
राजेंद्र अग्रवाल “वरिष्ठ पत्रकार “एवं राष्ट्रीय संगठन मंत्री ब्रॉड गेज रेलवे संघर्ष समिति छिंदवाड़ा
साभार;
मनोज डोंगरे – जिला ब्यूरो