कलमकारों पर हमले और उनकी बढ़ती मुश्किलें जिम्मेदार कौन?
यूपी
संवाददाता
आए दिन कलमकारों पर हमले होते नजर आ रहे है। हालांकि राज्यप्रसाहसन और पुलिस के कुछ आला अधिकारी इस घटना पर संज्ञान लिए हुए है कि पत्रकारों पर दिनों दिन हो रहे कथित हमलवारों को बख्शा नहीं जायेगा। लेकिन गुंडा और शरारती तत्वों के लोगों पर इस का कोई खासा असर नहीं पड़ रहा है।इस लिए पत्रकारों की यह एक बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
उत्तर प्रदेश के सीएमयोगी आदित्यनाथ जी द्वारा पत्रकारों पर हो रही घटना पर संज्ञान लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस को एफ आई आर दर्ज करने के निर्देश दिए गए है,तो दूसरी ओर कोतवाली कानपुर प्रभारी चंद्रकांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के आदेशों को ताक पर रखे हैं?
20 नवंबर की घटना नहीं दर्ज की जा रही योगी आदित्यनाथ जी के राज्य में पत्रकार के आरोपियों पर एफ आई आर
कोतवाली प्रभारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के दिए निर्देशों को नहीं मानते पत्रकार नफीस खान के साथ गाली गलौज तथा जान से मारने की घटना के 24 घंटे बीत चुके परंतु अभी तक एफ आई आर दर्ज करने से मना कर रहे हैं।
पत्रकार नफीस खान द्वारा अपने ऊपर हुई घटना के संबंध में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, श्रीमान पुलिस आयुक्त कानपुर नगर महोदय जी तथा संयुक्त पुलिस आयुक्त श्री आनंद प्रकाश तिवारी महोदय जी को लिखित में प्रार्थना पत्र दिया गया है। परंतु कार्यवाही अभी तक शून्य है। योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा कानपुर नगर की पुलिस प्रशासन की कमान पुलिस आयुक्तडॉ0,आर.के.स्वर्णकार को नियुक्त करके भेजा था ताकि अपराधियों पर विराम लगा सके।
एक तरफ न्यूज़ चैनल, न्यूज़ पेपर के माध्यम से योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश जारी करें है कि पत्रकार के मामले में दखल अंदाजी ना करें। दूसरी और योगी जी द्वारा सख्त आदेश उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन को दिए गए है। अगर किसी भी जिले या जनपद पर पत्रकार पर कोई घटना होती है तो 24 घंटे के अंदर एफ आई आर अभियुक्त पर दर्ज करें।
महिला गैंग खुलेआम पत्रकार नफीस खान को कचहरी परिसर कानपुर नगर में गाली गलौज कर उन्हे जान से मारने की धमकी दे रही है। जबकि कानपुर नगर के दोनों वरिष्ठ अधिकारी इस मामले से अनदेखा करें बैठे हैं। आखिर दिए गए मुख्यमंत्री के आदेशों तथा निर्देशों का पालन कानपुर पुलिस कब करेगी? क्या इसी तरह से महिला गैंग का उत्तर प्रदेश में लोगो पर गाली गलौज जान से मारने तथा झूठा मुकदमा दर्ज कराने का बोलबाला चलता रहेगा ?
संवाद
मोहमद अरशद यूपी