कलमकारो की इज्जत खराब करने में खुद फर्जी कलमकार जिम्मेदार है
संवाददाता
पत्रकारों की छवी गिराने मे सबसे बड़ा हाथ पत्रकारों का ।
कुछ पत्रकारों ने वाट्सएप मे ग्रुप खबरो के आदान प्रदान के लिए बना रखे है । जिससे कही हद
तक पत्रकारों को सहूलियत भी मिलती है ।
लेकिन आज कल देखा जा रहा है कि कुछ लोग जिनका पत्रकारिता से दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं कोई लेना देना नही है । वो भी कभी लिंक पर क्लिक करके , कभी किसी पत्रकार से अनजाने मे खबरो के ग्रुप मे जुड़ते
जा रहे है ।
जो कि पत्रकारों के लिए ही खतरा बन रहे है ।
कभी पान पट्टी वाले , कभी पंचर वाले , कभी अवैध कार्य करने वाले तो कभी कुछ झोला छाप जैसे चिरकुट पत्रकारों के ग्रुप मे चुपके से जुड़कर पत्रकारों के खिलाफ ही चुगली करने मे माहिर होते जा रहे है ।
आज किसी के माध्यम से मुझे पता चला कि मेरे ग्रुप मे ही एक ऐसा ही नंबर एड है जिसका पत्रकारिता से दूर दूर तक लेना देना नही है । वह नंबर जुड़ा है । भाइयो मैने तत्काल जांच कर वह नंबर अपने कई ग्रुपों से डिलीट किया ।
अतः सभी पत्रकार भाइयो से मेरा विनम्र निवेदन है कि किसी का भी नंबर एड करने से बचे । सावधान रहे वरना भविष्य में कुछ भी अनहोनी की घटनाओं से रूबरू होना पड़ सकता है।
और यदि ऐसी जानकारी मिलती है तो तत्काल ऐसै घुसपैठियों को ग्रुप से निकाले व पुलिस से इसकी शिकायत करें ।
जिससे वह दोबारा ऐसा करने से सौ बार सोच समझ कर कदम उठाए।
साभार,=एडमिन