क्या अमेठी से चुनाव लडने के लिए राहुल डर गए ,और राय बरेली सीट से पर्चा भर दिया?
लखनऊ
संवाददाता
अब सोनिया की विरासत को संभालने जा रहे राहुल, रायबरेली सीट पर कांग्रेस का सियासी ग्राफ क्या रहा?
रायबरेली लोकसभा सीट से राहुल गांधी ने नामांकन कर दिया है। इस दौरान सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ अशोक गहलोत मौजूद रहे। इसी के साथ ये सस्पेंस भी खत्म हो चुका है, जिसमें ये कहा जा रहा था कि रायबरेली सीट पर कांग्रेस किस चेहरे पर दांव लगाएगी?
रायबरेली सीट पर कांग्रेस का सियासी ग्राफ क्या रहा?
रायबरेली की सीट पर विरासत वाली सियासत होने वाली है। रायबरेली की सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। रायबरेली और अमेठी सीटों पर मतदान 20 मई को ही होगा। मतगणना चार जून को होगी। अब तक हुए चुनाव में केवल तीन मौकों पर ही कांग्रेस यहां से हारी थी।
सबसे पहले 1952 और फिर 1958 में फिरोज गांधी ने चुनाव लड़ा और जीते। फिरोज गांधी के निधन के बाद 1967 में इंदिरा गांधी ने यहां से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की। इसके बाद 1967 और 1971 में इंदिरा गांधी यहां से सांसद चुनी गईं।
इसके बाद साल 2004 में इंदिरा गांधी की बहू सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ा और पांच बार सांसद चुनी गईं। 2004 में सोनिया गांधी ने इस सीट से कांग्रेस की कमान संभाली और उसके बाद से लगातार 2019 तक यहां से जीत का सिलसिला जारी रखा। अब सोनिया गांधी के बाद बेटे राहुल गांधी इस विरासत को संभालने जा रहे हैं। यहां का चुनावी मुकाबला भी बेहद दिलचस्प होता हुआ दिखाई देगा।
संवाद;मोहमद अरशद यूपी