क्या आपको वोटो और सीटों में कोई संबंध नजर आता है?
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
अभी अभी संपन्न हुए लोक सभा चुनाव को लेकर पहले नंबर के दल को मिले लगभग 22 करोड़ वोट और 240 सीटें, यानि करीब 9,17,000 वोटों पर एक सीट। दूसरे नंबर के दल को मिले लगभग 14 करोड़ वोट और 99 सीटें यानि 14 ,14000 वोटों पर एक सीट । क्या आपको वोटों और सीटों में कोई संबंध नजर आता है ?
लेकिन सबसे अफसोसजनक बात जानते हैं क्या है ?
33 करोड़ लोग पोलिंग बूथ तक ही नहीं गए और करीब 1 करोड़ नोटा दबा कर आ गए । ये 34 करोड़ की संख्या सबसे ज्यादा वोट पाने वाली पार्टी के वोटों से डेढ़ गुणी है
। ये अनुपस्थित वोटर आज तक के सब 18 लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यादा वोट पाने वाले दल को मिले वोटों से ज्यादा रहे हैं ।
जनता दल यूनाइटेड को 80,39,663 वोट और 12 सीटें मिली है जबकि उससे करीब 22 लाख ज्यादा वोट ( 1,01,07,402) पाने वाले दल राष्ट्रीय जनता दल को सिर्फ 4 सीटें मिली हैं। यानि एक ही राज्य में चुनाव लडने वाली दो पार्टियों में से एक जेडीयू को एक सीट जीतने के लिए चाहिए 6.67 लाख वोट ,वहीं दूसरी पार्टी आरजेडी को चाहिए 25.5 लाख वोट। इसका क्या मतलब ?
क्या इस सिस्टम को बदलने की जरूरत नहीं है ? बड़े आश्चर्य की घपलेबाजी का मामला है। सब गड़बड़झाला।
संवाद;पिनाकी मोरे