जीवन में पहली बार हमने कस्तूरी और मुश्क की खुशबू महसूस की,गाजा के सहाफी का बयान

गाजा के एक पत्रकार का कहना है;

जीवन में पहली बार मैंने कस्तूरी की खुशबु महसूस की।

तीन दिन बाद जब शहीदों के शव मलबे से निकाले गए तो वे बिल्कुल ताजा थे और खून बह रहा था। और उनमें कस्तूरी वा मुश्क की खुशबु आ रही थी वल्लाह

ये मर नही रहे ये ऐसे मकाम पर पहोच रहे हे जिसके लिए तुम सारी ञिंदगी इबादत करते हो मगर ऐसा मकाम शायद ही किसी के नसीब में आता होगा।
ये मंजर अल्लाह दुनिया को दिखा रहा है फिलीस्तीन के लोग भी कमाल के है जन्नत भी सस्ते मे खरीद रहे है।

पत्रकारों का कहना है कि गाजा में कस्तूरी की खुशबु आ रही है।
गाजा के एक पत्रकार का कहना है;
जीवन में पहली बार मैंने कस्तूरी की खुशबु महसूस की।

तीन दिन बाद जब शहीदों के शव मलबे से निकाले गए तो वे बिल्कुल ताजा तर थे खून बह रहा था और उनमें कस्तूरी व मुश्क की खुशबु आ रही थी। अल्लाहु अकबर

पत्रकारों का कहना है कि गाजा में कस्तूरी व मुश्क की खुशबु आ रही है, किसी को यकीन न आए तो विडियो देखे।

संवाद: मो अफ

जल इलाहाबाद

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