देश के कई राज्य ऐसे है जहां इनकी सरकारें जहां उड़ाई जा रही आरक्षण की धज्जियां
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
RSS और BJP बाबा साहेब को अपना वैचारिक दुश्मन मानते हैं। ये लोग बाबा साहब के संविधान से घृणा करते हैं। इसीलिए इनके DNA में आरक्षण का विरोध छिपा है। BJP का बस चला होता तो अब तक देश से संविधान और आरक्षण हट गया होता।
दरअसल, मोदी और BJP जिस RSS की पैदाइश हैं, वो RSS देश के SC,ST और OBC को इंसान भी नहीं समझता। RSS की नजर में SC,ST और OBC समाज के लोग गुलाम हैं। उन्हें समानता और न्याय का कोई अधिकार नहीं है।
BJP सरकार तो देश की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित संस्था UPSC में लैटरल भर्ती का रास्ता खोलकर मोदी यहां भी धड़ल्ले से आरक्षण घोटाला करना चाहती थी, मगर कांग्रेस और राहुल गांधी के विरोध के बाद आरक्षण विरोधी सरकार को ये फैसला वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा।
BJP और मोदी जातिगत जनगणना का खुलेआम विरोध करते है। इन्हें पता है कि जातिगत जनगणना होने के बाद सभी वर्गों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति का पता चल जाएगा। तब सरकार को जितनी जिसकी भागीदारी, उतनी उसकी हिस्सेदारी के हिसाब से आरक्षण देना पड़ेगा।
RSS के इशारे पर BJP देश को संविधान से नहीं मनुस्मृति के हिसाब से चलाना चाहती है। आपने देखा होगा कि कैसे मोहनभागवत खुलेआम आरक्षण की समीक्षा की बात करते हैं तो कभी BJP के बड़े-बड़े नेता संविधान बदलने की बात करते हैं।
अगर आरक्षण बाबा साहब के संविधान के हिसाब से मिलता तो आज देश को चलाने वाले भारत सरकार के 90 सचिवों में केवल तीन OBC समुदाय से ने होते। देश की दिशा और दशा तय करने वाले शीर्ष संस्थानों में वंचित वर्गों का भी प्रतिनिधित्व होता। IIT, IIM और केंद्रीय विश्वविद्यालयों में महत्वपूर्ण पदों पर भी SC,ST और OBC वर्ग के लोग होते। मगर BJP और RSS के रहते वंचित वर्ग के लोगों को आरक्षण मिला ही नहीं।
आज केंद्र सरकार के विभागों में 30 लाख से अधिक पद खाली हैं। मगर सरकार इन पर भर्तियां नहीं करना चाहती क्योंकि भर्ती होगी तो SC,ST और OBC समुदाय को आरक्षण देना पड़ेगा।
आज जिन-जिन राज्यों में BJP की सरकारें हैं, वहां तमाम सरकारी पदों पर संविदा नियुक्तियां हो रही हैं, जिसमें आरक्षण की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। गरीबों और पिछड़ों, दलितों का हक मारा जा रहा है।
कुछ दिन पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने UP की BJP सरकार को फटकारते हुए 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में हुए आरक्षण घोटाले की पोल खोल दिया। कोर्ट ने कहा कि सरकार ने वंचित वर्ग के हजारों मेहनती छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
ये हाल तब है जब देश की जनता ने BJP को अपने दम पर सरकार बनाने से रोक लिया। वर्ना मोदी सरकार का प्लान संविधान को बदलने और आरक्षण को हटाने का था। जिसकी घोषणा BJP के तमाम बड़े-बड़े नेता पहले कर चुके थे।
इस देश के SC,ST और OBC समुदाय के लोगों को ये संकल्प करना चाहिए कि बाबा साहेब के संविधान और आरक्षण की दुश्मन BJP को किसी भी कीमत से सत्ता उखाड़ फेंके। क्योंकि BJP जब तक पावर में रहेगी, तब तक संविधान और आरक्षण पर खतरा मंडराता रहेगा।
संवाद;पिनाकी मोरे