निडर,बेखौफ पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते है कय्यूम अली साहब,और भी जानिए उनके बारे में कुछ खास

राजस्थान
कोटा
संवाददाता

माशाअल्लाह, यह ससुर भी हैं , दादा जी भी हैं , ओर कोटा दैनिक पत्रकारिता जुस्तजू , संघर्ष के आईकॉन भी हैं , पत्रकार भी हैं , क़लमकार भी हैं, यारों के यार भी हैं, पठान भी हैं , सांवला गुलाब भी हैं , मेरी तरह , जोरू के गुलाम भी हैं , बहुमुखी प्रतिभा के इस धनवान भाई क़य्यूम अली को बधाई , मुबारकबाद ।

दोस्तों खुद ही को कर बुलंद इतना के खुदा बन्दे से खुद पूंछे बता तेरी रज़ा किया है। इसी जुमले को साकार कर रहे है हमारे भाई क़य्यूम अली पत्रकार। मुसीबतों से जूझकर निर्भीक और नीडरता से अपने अख़बार कोटा ब्यूरो को सफलतम दैनिक प्रकाशन कर रहे है,यारों के यार के रूप में पहचान बना चुके पत्रकारिता के प्रतीभाशाली भाई क़य्यूम अली के बारे में सभी जानते है कि यह जितने नर्म है उतने ही गर्म भी है।

प्यार से इन्हे जीत सकते है सभी लोग , लेकिन डरा धमकाकर इनसे कोई भी बात मनवाने की कोशिश उलटी ही पड़ती है ,और ऐसे सभी लोगों को चाहे कितने ही खतरनाक हो इनकी क़लम के आगे नतमस्तक होना पड़ता है।

भाई क़य्यूम अली ने अपनी पत्रकारिता का जीवन कोटा के क्षेत्रीय समाचार पत्र कोमीधारा से शुरू किया फिर राजस्थान ऑप्टिक्स साप्ताहिक का प्रकाशन निजी तोर प्रारम्भ कर दूध का दूध पानी का पानी करना शुरू किया। इसी बीच दैनिक कोटा ब्यूरो समाचार पत्र के मालिक के रूप में पहले ट्रेडिल मशीन और कम्पोज़ पद्धति से प्रकाशन शुरू किया फिर जांबाज़ पत्रकारिता का रूतबा बताकर हाड़ोती में अपनी पत्रकारिता की पहचान स्थापित की।

अब अल्लाह के करम से इनका समाचार पत्र दैनिक कोटा ब्यूरो आधुनिक ऑफसेट प्रिंटिंग प्रेस पर आधुनिक प्रिंटिंग पद्धति से नियमित प्रकाशित हो रहा है।

अख़बार में गरीबों की हमदर्दी,भ्रष्टाचार का पर्दाफाश ,यारों की यारी और समाज के दुश्मनो के खिलाफ सख्त भाषा की वजह से क़य्यूम अली गरीब और पीड़ितों में लोकप्रिय है तो दो नंबर का काम करने वालों की आँख की किरकिरी बने है।

,हमेशा हंसना ,,हँसते रहना हँसाते रहना ,पान चबाना और कड़वी से कड़वी बात भी मुस्कुराकर कहना इनका स्वभाव है।,,क़य्यूम अली पत्रकारिता के नाम पर कभी किसी नौकरशाह के आगे न तो झुके है ना ही उन्हें कभी हावी होने दिया ।,जिसमे सरकार में बैठे बड़े से बड़े मंत्री भी शामिल रहे है।

उनके के समाचार पत्र में अब तक क्षेत्रीय स्तर पर सैकड़ों लोग पत्रकारिता का प्रशिक्षण लेकर दूसरे समाचार पत्रों के रोज़गार कर अपना भविष्य बना रहे है। ,समाचार पत्र के साथ साथ क़य्यूम अली कई समाज सेवी संस्थाओं से जुड़े है। ,,प्रेस क्लब कोटा के मुख्य रणनीतिकारों में इनकी प्रमुख भूमिकार रहती है।

,क़य्यूम भाई की पत्रकारिता के बारे में कहा जाता है कि यह सय्यद पठान है। इसलिए इनकी पत्रकारिता में भी पठानी झलकती है ,नीडर ,, बेखौफ होकर इनकी लेखनी जब चलती है तो उसकी ज़द में चाहे जितना भी खतरनाक माफिया या सियासी माफिया हो इनकी क़लम कभी रूकती नहीं है चाहे इन्हे बाद में ऐसे लोगों की आँख की किरकिरी बन जाने से नुकसान ही क्यों ना उठाना पड़े?

वो कहते है अल्लाह ही इज़्ज़त देता है ,अल्लाह ही ज़िल्लत देता है ,,रिज़्क़ देने वाला अल्लाह है फिर किसी से क्या डरना किसी के आगे क्या हाथ फैलाना ?,क़य्यूम अली के प्रकाशन ने युवा पत्रकारों के लिए एक नई दिशा स्थापित की है।

साभार
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT