नेता बनने का भूत उतार दे वरना हो सकते है पद से बर्खास्त:के के पाठक

बिहार शरीफ
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो

नेता बनने का भूत उतार दें, नहीं तो कर दिये जायेंगे बर्खास्त-केके पाठक

एक शिक्षक हर दिन लेंगे छह क्लास–केके पाठक

बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने नवनियुक्त शिक्षकों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि किसी शिक्षक को लेकर कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।
कोई शिक्षक नेता या संगठन का निर्माण नहीं करेंगे। अगर किसी ने नेतागिरी की या कोई संगठन का निर्माण किया तो उसे हटा दिया जाएगा। दरअसल केके पाठक रोहतास के जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पहुंचे थे। जहां उन्होंने ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे बीपीएससी से चयनित शिक्षकों को संबोधित करते हुए यह बात कही।

स्कूल के आसपास ही मकान किराए पर लें

इस दौरान केके पाठक ने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि आप समय से स्कूल पहुंचे इसलिए स्कूल के आसपास ही अपने रहने के लिए मकान किराए पर लें। दूर से आने जाने की अनुमति नहीं प्रदान की जाएगी। शिक्षकों ने स्कूल के आस-पास ही किराए पर मकान ले लिया है। इसका प्रमाण पत्र आगामी माह में मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि मैक्सिमम 15 किलोमीटर की दूरी से स्कूल आने की अनुमति दी जाएगी। इससे ज्यादा कि किसी भी हाल में नहीं।

यूपी के लोगों से पूछा, बिहार में लग रहा है डर?

अपर मुख्य सचिव ने नव नियुक्त शिक्षकों से पूछा कि यहां कितने कैमूर और कितने यूपी के शिक्षक हैं, जिसमें से कुछ ने यूपी तो कुछ ने कैमूर पर अपने हाथ खड़े किए। यूपी के रहने वाले चयनित शिक्षकों से पूछा कि आपको बिहार में डर नहीं लग रहा है न? तो यूपी के नव नियुक्त शिक्षकों ने कहा कि पहले यहां के बारे में सुन रखा था तो डर लग रहा था। पर यहां आने के बाद यहां की स्थिति कुछ और ही निकली।

इसपर मुख्य सचिव ने उन्हें कहा कि अपने जानने वालों को कॉल कर बताइए कि बिहार में ऐसा कुछ नहीं है जैसा बताया जाता है। उन्होंने कहा कि आप लोगों की पोस्टिंग ग्रामीण इलाकों में की गई है ताकि वहां के छात्रों को आप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें। आप देखेंगे कि जब आप उनके बच्चों को समय से स्कूल पहुंच कर शिक्षा दे रहे हैं तो वह आपको बहुत सम्मान देंगे. क्योंकि आज भी ग्रामीण इलाकों में शिक्षकों को बहुत सम्मान दिया जाता है।

नेतागिरी की तो कर दी जाएगी छुट्टी

केके पाठक ने कहा कि शिक्षा विभाग के हालात अब बदल चुके हैं। शिक्षक सहित बच्चे भी समय पर स्कूल आ रहे हैं। इसको आपको हमेशा मेंटेन रखेंगे। आपसे कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। कोई नेता या संगठन का निर्माण नहीं करेंगे, अगर नेतागिरी की या कोई संगठन का निर्माण करने की गलती किया तो आपको हटा दिया जाएगा। इसपर अगर आप हाईकोर्ट जाएंगे तो हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।

हर वर्ष निकाली जाएगी शिक्षक भर्ती का विज्ञापन

अपर मुख्य सचिव ने डायट के छात्रों से मुलाकात के दौरान कहा कि हर वर्ष अगस्त माह में बीपीएससी के तत्वावधान में शिक्षक बहाली की परीक्षा के लिए आवेदन लिए जाएंगे। इसके लिए तैयारी करते रहिए और अपना एक सीट रिजर्व कीजिए। उन्होंने कहा कि पूर्व में डिएलएड व बीएड में नामांकन लेकर घर बैठ कर डिग्री प्राप्त की जा रही थी,लेकिन अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा, घर बैठ कर डिग्री नहीं लेने दिया जाएगा। इस प्रथा को हमेशा के लिए खत्म कर दिया जायेगा।

उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आपको जो प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमे चार माह का स्कूल ट्रेनिंग है, उसके कई फायदे और मकसद भी हैं। एक तो आपको अभी से आदत दिलाई जा रही है कि आप शिक्षक बनने पर भी समय से स्कूल पहुंचे और हर रोज पहुंचे। दूसरा कि अभी आपको दस, बीस रूपए खर्च कर स्कूल पहुंचना पड़ रहा है, तो यह सोच कर जाइए कि जब आप शिक्षक बन जाएंगे तो भी आपको इसी प्रकार स्कूल जाना होगा।

उन्होंने कहा कि शिक्षकों को समय से स्कूल नहीं जाने के कारण स्कूल निरीक्षण का कार्य किया जा रहा है. एक शिक्षक के स्कूल नहीं पहुंचने को देखने के लिए एक अधिकारी को स्कूल जाना पड़े तो आप सोचें कि इससे विभाग के कार्य क्षमता को कितना नुकसान हो रहा है. इससे मैन पावर में कमी आ रही है. ऐसा न हो इसको दूर करने के लिए जरूरी है कि आप समय से ही स्कूल पहुंचे. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें।

डायट को दिए कई निर्देश

उन्होंने डायट प्राचार्य को कई दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जो 13 छात्र-छात्राएं अनुपस्थित रह रहे हैं, उन्हें अल्टीमेटम दिया जाए, फिर भी नहीं आने पर नामांकन रद्द कर दिया जाए. साथ ही उन्होंने डायट परिसर को स्वच्छ रखने सहित जर्जर भवन को डेमोलिश करने का निर्देश दिया।

प्रत्येक शिक्षक को छह क्लास लेना अनिवार्य

केके पाठक ने शिवसागर प्रखंड मुख्यालय पर रुककर भी स्कूलों की जांच की वो सबसे पहले शिवसागर पश्चिमी शिव मंदिर स्थित कन्या मध्य विद्यालय पहुंचे. वहां व्यवस्था सही होने के बावजूद हेडमास्टर व शिक्षकों को कई दिशा-निर्देश दिये. इसके बाद उर्दू प्राथमिक विद्यालय की जांच कर सीधा प्रखंड मुख्यालय स्थित श्री दुर्गा हाई स्कूल पहुंचे।

यहां शिक्षकों से यह पूछ डाला कि किसने अब तक कितने घंटी क्लास लिया. उस समय लंच का समय था. जहां जवाब में शिक्षक एक क्लास लेने की बात कही. इस पर अपर मुख्य सचिव शिक्षक-शिक्षिकाओं पर भड़क गये और कहा कि हर दिन प्रत्येक शिक्षक को छह क्लास लेना अनिवार्य है. अगर स्कूल की घंटी फुल हो, तो बगल के स्कूलों में जाकर जूनियर क्लास लें. ऐसा नहीं करने वाले शिक्षक अपने वेतन के हकदार नहीं हैं. लापरवाह हाइस्कूल के शिक्षकों को प्राथमिक विद्यालय में जाना पड़ जायेगा. इसी बीच शिक्षकों के बचाव में आयी हाइस्कूल की प्रिंसिपल को भी मुख्य सचिव ने जमकर फटकार लगायी।
संवाद: डी आलम शेख

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT