पुलिस ने तो नही सुनी अब कौन सुनेगा पीड़ित दीपक बाछंग की दुखद व्यथा ?
इंदौर
विशेष संवाददाता
में दीपक बाछंग एक लड़की से मेरा प्रेम संबंध चल रहा था। जब में और मेरा परिवार साथ मे मेरे सभी मित्र विवाह का प्रस्ताव लेकर विवाह के लिए तैयार थे तब हम उस लड़की के घर गए थे विवाह का प्रस्ताव रखने। लेकिन उसके घर वालो ने स्पष्ट मना कर दिया और बोला कि हमारी समाज मे रोटी व्यहवार होता हैं लेकिन बेटी व्यहवार नही होता हैं। उस समय इन सभी लोगो ने मना कर दिया और ये भी कहा कि हमारी छोटी बेटी सोनिया की सगाई देवास में हो गई हैं। और बड़ी के लिए भी हम समाज मे ही लड़का देख रहे हैं। यदि तुम लोगो ने किसी तरह की बाधा डालने की कोशिश की तो हम हमारी लड़की कृष्णा को जान से मार देंगे और तुम लोगो को उल्टा केस में फंसा देंगे।
क्योंकि कारण ये था कि लड़की का भाई हंसराज एक गुंडा बदमाश हैं जो आये दिन जानसापुरा में लोगो से लड़ाई करता रहता हैं।
मेरे घर वाले बहुत सीधे साधे लोग हैं वो ये सब सून कर काफी डर गए और उन्होंने मुझे समझाया कि रहने दे। लड़की का भाई भी तैयार नही हैं और ना उसके घर वाले। इसलिए मैंने एक वर्ष पूर्व लड़की से अपने सारे संबंध खत्म कर लिए।
अभी कुछ समय पूर्व कृष्णा की छोटी बहन सोनिया किसी और लड़के के साथ भाग गई।
अब इस लड़की के घर वालो ने सोचा अब जब सोनिया ही भाग गई तो कृष्णा की भी भगा कर शादी कर देते हैं तो अच्छा होगा। जब कि लड़की का भाई हंसराज इस शादि के खिलाफ था।
कृष्णा के जिजाजी शंकर सिसोदिया कृष्णा की सभी बहने मेरे घर आई विवाह का प्रस्ताव रखने। लेकिन मैंने और मेरे परिवार ने स्पष्ट मना कर दिया क्योंकि हम लोग जब आपके पास आये थे तब आप लोगों ने मना कर दिया और अब जब हमारे लड़के की सगाई इंदौर में हो गई हैं।
अब हम कैसे करे?
लेकिन लड़की के घर वाले नही माने और बोले हम तुम लोगो को बुरी तरह फंसा देंगे तुम्हे जैल की हवा खिला देंगे ये सून कर में मेरा परिवार बुरी तरह डर गया।
हम लोगों ने इनके हाथ पैर जोड़े और बोला जब हम आपके यहाँ ज्ञान टेकरी आपके घर आये थे तब आपने मना कर दिया और अब जब आपकी छोटी लड़की भाग गई हैं तो आपकी इज्जत खत्म हो गई हैं इसलिए अब आप इससे भी भगाना चाहते हो।
मेरे घर वालो इन्हें समझा कर जैसे तैसे घर से विदा किया। लेकिन इन लोगो ने आये दिन मेरे घर के बाहर बार बार आकर गाली गलौज करना शुरू किया। मुझे और मेरे घर वालो को डराना धमकाना शुरू कर दिया।बाद में इन लोगो ने हमे ये कहा कि पैसे दे दो तभी ये मामला खत्म होगा। लेकिन हमने इन्हें पैसे देने से मना कर दिया।
अभी 8 से 10 दिन पूर्व कृष्णा के बड़े भाई हंसराज ने उसके अन्य साथी के साथ मुझे पिपलिनाके पर रोक कर मार पीट की और मेरा मोबाइल तोड़ दिया।
बात यहाँ तक खत्म नही हुई। 2 से 3 दिन बाद ये फिर मेरे घर आया उसके दो अन्य साथीयो के साथ। राहुल कड़ेला और इन लोगो ने मेरी माता जी को गन्दी गन्दी गालियां दी। मुझे और मेरी माता जी को जान से मारने की धमकी भी दी।
मैंने डर के कारण चिमनगंज थाने में एक आवेदन दिया और थाने के दीवान जी महेश जी से कठोर कार्यवाही करने के लिए बोला । घर के बाहर लगे CCTV कैमरे देखने के लिए बोला। लेकिन उन्होंने भी इतना ध्यान नही दिया और मुझसे बोला कि सामने कलाली से एक शराब की बोतल लेकर आजा मैंने उन्हें शराब की बोतल भी उपलब्ध कराई फिर भी उन्होंने इस कस में कोई सख्त कदम नही उठाया।
उसी दिन रात्रि में हंसराज के दोस्त राहुल कड़ेला ने मुझे पहले पटेल नगर में बुलाया और कहा कि हमे बात करना है सिर्फ। वो वहाँ से मुझे पुष्पांजलि नगर में एक मकान ने लेकर गया जहाँ पहले से शराब पार्टी चल रही थी ये लोग मुझे वहाँ बात करने के लिए नही बल्कि मारने पीटने के इरादे से लेकर गए थे
लेकिन वहाँ मेरी पहचान के एक भैया ने मुझे बचाया और वहाँ से भगा दिया वहाँ से में फिर थाने पर गया और कार्यवाही करने के लिए बोला लेकिन उन्होंने कुछ भी नही किया।
इस तरह की घटनाओं से में और मेरा परिवार पूरी तरह टूट गया था।
इतने अत्याचार शायद ही एक सामान्य व्यक्ति उठा सकता हैं। मैंने और मेरे घर वालो ने बदनामी के डर से घर के बाहर निकलना भी बंद कर दिया।
हमने हजार बार लड़की और उसके घर वालो को समझाया कि जब लड़की का भाई इस शादि के खिलाफ हैं और वो हमारे लड़के को जान से मारने की धमकी दे रहा हैं ऐसे में हम ये शादि कैसे कर दे?
इस पूरी दुर्घटना में पूरी तरह टूट गया हूं और ऐसा कदम उठाने जा रहा हूं शायद इससे मेरे घर वाले इस गम को कभी नही भुला पाएंगे।
क्योंकि इतनी बदनामी से में परेशान हो गया हूँ।
क्योंकि हम लोग इतने पैसे वाले तो नही हैं और ना ही इतनी कमाईवाले। प्रतिदिन काम करने जाना पड़ता हैं तब कही जा कर घर चलता हैं। घर भी कर्ज लेकर बनाया है और इन लोगो के मन मे लालच आगया हैं हमने । मुझे पैसे के लिए परेशान कर रहे हैं लड़की वाले।
मेरा कानून और न्यायलय दोनों से अनुरोध हैं कि लड़की के भाई और उसके घर वालो को कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि भविष्य में इस तरह की घटना ना हो।
किसी माँ बाप को अपनी औलाद को ना खोना पड़े
अलविदा दीपक।
संवाद:राशिद मोहमद खान