फिर से सरकार आने के बाद ये महाशय बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष या केंद्रीय मंत्री बनेंगे
मध्य प्रदेश
संवाददाता
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय
अध्यक्ष बनेंगे या फिर से सरकार आने पर केंद्रीय मंत्री ? पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खास इंटरव्यू में खोल दिए पत्ते
32 साल पहले विदिशा के सांसद बने शिवराज सिंह चौहान लंबे समय तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। अब 19 साल बाद फिर विदिशा के रास्ते ही देश की राजधानी नई दिल्ली की राजनीति में लौटने की तैयारी में हैं।
शिवराज सिंह चौहान 19 साल बाद फिर लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरे हैं, 4 जून को चुनाव परिणाम में जीत मिलने पर वह भोपाल की जगह देश की राजधानी नई दिल्ली से राजनीति करने की बात चुनावी सभाओं में कह रहे हैं। यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक चुनावी सभा में इस संबंध में संकेत दे चुके हैं। अब सांसद बनने के बाद शिवराज सिंह चौहान को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा या फिर केंद्र में फिर से बीजेपी सरकार बनने पर केंद्रीय मंत्री ?
अनौपचारिक चर्चा के दौरान दिए गए इंटरव्यू में विदिशा लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान ने खुद दिए इन सवालों के जवाब
छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ने के लिए आपका नाम चल रहा था ?
मुझे पार्टी में किसी ने नहीं कहा. छिंदवाड़ा के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जरूर कहा था।
क्या विदिशा में मार्जिन की लड़ाई है ? खजुराहो और इंदौर में भी ज्यादा मार्जिन से चुनाव जीतने के लिए वीडी शर्मा और कैलाश विजयवर्गीय अपनी अपनी लकीर खींच रहे हैं ?
कोई लकीर नहीं खींच रहा और न ही कोई मार्जिन का झगड़ा है। चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है। हम अहंकार से भरे लोग नहीं हैं। हम जनता के बीच विनम्रता के साथ जाते हैं और उनसे आशीर्वाद मांगते हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना से बाहर नहीं निकल पाए और कांग्रेस के दिग्विजय सिंह राजगढ़ से बाहर नहीं निकल पा रहे, क्या आप विदिशा को लेकर बहुत आश्वस्त हैं ?
सिंधिया जी बहुत लोकप्रिय नेता हैं और बहुत बड़े मार्जिन से चुनाव जीतेंगे. जहां पार्टी को जरूरत पड़ती है, वहां जाते हैं और अपना क्षेत्र भी देखते हैं ।
विधानसभा चुनाव हारने वाले पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को लोकसभा का टिकट क्यों नहीं मिला? क्या वो ग्वालियर या भोपाल से चुनाव लड़ना चाहते थे ?
यह मेरी जानकारी में नहीं है, फैसले पार्टी करती है । नरोत्तम जी पार्टी के सम्मानित और बड़े नेता हैं। पार्टी ने उनको न्यू जॉइनिंग टोली का प्रमुख बनाया है तो वह अपने काम में बखूबी लगे हैं।
आपको मध्य प्रदेश में लोग आज भी मिस (याद) कर रहे हैं ?
कोई मिस नहीं कर रहा है। यह सब व्यर्थ की बातें हैं। हम सब एक महाअभियान या कहें कि राष्ट्रीय पुर्ननिर्माण के कार्यकर्ता हैं और देश व पार्टी के लिए कार्य करते हैं। जब आप अभियान या अ आंदोलन का हिस्सा होते हैं तो उसी से तय होता है कि आपको कहां काम करना है।
सांसद बनने के बाद आप बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे या फिर केंद्रीय मंत्री ?
मेरी सांसद की भूमिका पक्की है। मेरी कोशिश रहेगी कि मैं एक आदर्श सांसद बनूं । अपने क्षेत्र और देश की जनता के लिए कुछ योगदान दे पाऊं।
दूसरा मेरा सपना है कि अपने संसदीय क्षेत्र को आदर्श क्षेत्र बनाऊं।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के आप राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे थे, इसलिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का भी तो सपना होगा ?
सपने मैं कभी नहीं देखता, पार्टी जहां उपयुक्त समझती है, वहां काम देती है।
विदिशा में बीजेपी क्यों इतनी मजबूत है ?
विदिशा की जनता राष्ट्रवादी है, देश को आगे बढ़ाने की ललक जनता के मन में है। शुरू से ही विदिशा में राष्ट्रवाद की जड़ें गहरी हैं। केवल 1980 और 84 के चुनाव में विदिशा से कांग्रेस जीत पाई थी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी बीजेपी में आ सकते हैं क्या?
यह काल्पनिक सवाल है। इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
कांग्रेस के घोषणा पत्र में शिवराज की योजनाओं की छाप दिखती है ?
कांग्रेस को जनता से कोई मतलब नहीं है।उनके लोग देखते हैं कि इनकी किसी स्कीम को उठा लो, शायद इससे राजनीतिक लाभ मिल जाए।
विदिशा लोकसभा से चुनाव जीतने पर आपकी बुधनी विधानसभा सीट रिक्त घोषित हो जाएगी तो क्या आपके परिवार का ही कोई व्यक्ति उपचुनाव लड़ेगा ?
भारतीय जनता पार्टी में यह नहीं चलता, कई खून पसीना बहाने वाले कार्यकर्ता हैं, पार्टी जिसको तय करेगी, उसको टिकट मिल जाएगा।
साभार;पंकज पा छतरपुर