यहां के विशाला में सामुदायिक भवन के नाम पर हो रहा फर्जीवाड़ा,भवन निर्माण के बगैर ऐठ लिए 16लाख
जुन्नारदेव
संवाददाता
जुन्नारदेव विशाला में सामुदायिक भवन के नाम पर फर्जीवाड़ा भवन का निर्माण शुरू हुए बगैर ही 16 लाख रुपए का गबन
जुन्नारदेव। ग्राम पंचायत जुन्नारदेव विशाला मे लाखों रुपये का फ़र्ज़ी आहरण ग्रामवासियों का सवाल – भवन को आसमां ने निग़ला या ज़मी ने खा गई ग्रामीणों की मांग दोषियों पर हो गबन की एफआईआर अब बगैर भवन बनाएं हुआ घोटाला भ्रष्टाचारियों को आलाधिकारियों और भगवान शंकर के तीसरे नेत्र का भी डर नही।
अभी कुछ ही दिनों पूर्व जुन्नारदेव जनपद पंचायत के मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत नजरपुर में कागजों में तालाब बनाकर ही लाखों का वारा-न्यारा करने वाले उपयंत्री, सरपंच, सचिव और जीआरएस के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ हुई थी। इस मामले को अभी कुछ ही दिन हुए हैं कि एक और नया मामला सामने आया है।
इस भ्रष्टाचार की नई कहानी में सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि इस दफा भ्रष्टाचार का यह नया मामला जुन्नारदेव विशाला ग्राम पंचायत का है, जहां पर जनपद पंचायत जुन्नारदेव का मुख्यालय है। इस मामले को देखकर सहसा ही यह कहा जा सकता है कि “चिराग तले अंधेरा ही अंधेरा है ग्राम पंचायत जुन्नारदेव विशाला में सामुदायिक भवन के निर्माण किए बगैर ही सरपंच व सचिव के द्वारा कथित रूप से लगभग 16 लाख रुपए का आहरण कर लिया गया है।
रुपए 24 लाख 58 हजार की लागत से इस ग्राम पंचायत जुन्नारदेव विशाला की पहली पायरी में विधायक निधि से सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाना था। जिला योजना मंडल की अनुशंसा पर विधायक निधि से इस ग्राम पंचायत में रुपए 24 लाख 58 हज़ार की लागत से सामुदायिक भवन के निर्माण की स्वीकृति 26 जनवरी 2023 को प्रदान की गई थी। इस कार्य की तकनीकी स्वीकृति 27 मार्च 2023 को प्रदान कर दी गई थी। इसके बाद से ही ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव ने इस सामुदायिक भवन का निर्माण किए बगैर ही अब तक लगभग 16 लाख रुपए से अधिक की धनराशि आहरित कर ली है। जबकि इस पहली पायरी धार्मिक स्थल पर अब तक इस भवन के नाम पर एक ईंट भी नहीं रखी गई है। ग्रामीणों के द्वारा अपनी इस ग्राम पंचायत में हुए इस गबन के बड़े मामले में संबंधितों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
पहली पायरी धार्मिक स्थल पर भक्तगणों के लिए होना था सामुदायिक भवन का निर्माण ग्राम पंचायत जुन्नारदेव विशाला के पहली पायरी नमक सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल में आमजनों की गहरी आस्था है। यहां पर महाशिवरात्रि सहित वर्ष भर के विभिन्न ऐतिहासिक दिवस व त्यौहारो के पावन अवसरों पर लगातार मेला लगता रहता है। इसीलिए यहां पर सामुदायिक भवन के निर्माण की आवश्यकता थी। इसी को लेकर विधायक निधि से जिला योजना मंडल के द्वारा यहां 24 लाख 58 हजार रुपयों की लागत से इस भवन निर्माण को स्वीकृत किया गया था, लेकिन जनपद के आलाअधिकारियों की सरपरस्ती के कारण यहां के ग्राम सचिव और सरपंच के द्वारा कथित रूप से 16 लाख रुपए से अधिक की धनराशि का आहरण कर लिया जाने से अब भक्तों को इन मेलों में फिर असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
इस तरह किया गया रूपयो का आहरण
ग्राम पंचायत जुन्नारदेव विशाला की पहली पायरी में इस सामुदायिक भवन निर्माण के नाम पर सचिव व सरपंच के द्वारा कथित रूप से दिनांक 2 जून 2023 से 1 दिसंबर 2023 की समय अवधि में कुल 7 बिल को लगाकर रुपए 16,06,984 रुपए का फर्जी आहरण कर लिया गया है। फर्जी आहरण में गौरतलब तथ्य यह भी है कि भुगतान लेने वाली फर्म का स्थाई पता भी यहां दर्ज नहीं किया गया है। यह फर्म भी मध्य प्रदेश राज्य के बाहर की बताई जा रही है। यह भी जांच अधिकारियों के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु होगा।
संवाद;
मनोज डोंगरे – जिला ब्यूरो