यहां तो बेखौफ चल रहा कोयला और रेत का गोरख धंधा जिम्मेदार कौन?

जुन्नारदेव
संवाददाता

जुन्नारदेव दमुआ मे चल रहा कोयले और रेत का अवैध कारोबार खुलेआम चल रहा माफिया राज।

जुन्नारदेव दमुआ मे चल रहा कोयले और रेत का काम धड़ल्ले से इन माफियाओं को किसी अधिकारी एवं शासन प्रशासन का कोई डर नहीं। रात के 12 बजे के बाद होता है अवेध रुप से रेत और कोयले का काम जुन्नारदेव थाना के अंतर्गत आने वाला नीमढाना के समीप खदान है। उससे कुछ ही दूरी पर जंगल मे कोयले का अपार भंडार है जहां से कोयले का अवैध उत्खनन रोज रात में चालू है।

सुनने में आया है कि कुछ बड़े लोगो का भी इस कांड में खासे हाथ है। सब जगह सेटिंग हो गयी है। काली कमाई का सबको चंदा बराबर पहुँच रहा है। कोयले और रेत के लिए बहुत बड़े स्तर पर सिंडिकेट बनाया गया है। मीटिंग करके सबको सेट किया गया है और किसको कितना देना है ये सब तय हो गया है।

नंदोरा के पास ईटा भट्टे वाले 5,5 ट्राली कोयला रात मे डंप करवा रहे हैं। माफियाओं पर कुछ नाममचीन लोगो का हाथ होने के कारण माफियाओं द्वारा बिना किसी डर के अवैध उत्खनन कर राजस्व एवं खनिज को नुकसान पहुचा रहे हैं, साथ ही खुद भी चांदी काट रहे ओर इनके आकाओं की भी जेब गरम हो रही है।

नीमढाना वैसे भी कोयले की चोरी के लिए बेहद ही फेमस है और दमुआ भी कुछ कम नहीं बल्कि यहां भी रेत माफियाओं का बोलबाला है।

शासन को लगाया जा रहा लाखों का चूना

अगर इन पर अभी लगाम नहीं लगाई गई तो इनके हौसले और बढ़ते जाएंगे। लिहाजा शासन प्रशासन के बड़े जिम्मेदार अधिकारियों से हमारी अपील है कि कोयला और रेत माफियाओं के साथ इनके आकाओं पर भी सख़्त कार्यवाही होनी चाहिये, ताकि फिर से काले काम करने से पहले सौ बार सोचना पड़े।

अभी नीमढाना से कोयला निकाल रहे है उसके बाद दमुआ का नम्बर है। दमुआ मे भी कोयले के डस्ट का काम बेखौफ चल रहा है

संवाद
मनोज डोंगरे – जिला ब्यूरो

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