यूक्रेन और रूस के बीच चले युद्ध में अबतक विराम नहीं बल्कि तबाही बची है पीड़ितों की जाने जा रही है, किंतु शांति मार्च केंडल मार्च कहां खो गया?
एडमिन
पूरे विश्व में कहीं भी किसी भी देश में अमानवीय घटना घट जाती है उस देश का जागरूक लोगों का समूह रोड पर आकर शांती मार्च या कैडंल मार्च लेकर रोड पर निकल पड़ता है।
यहां कारवां दिन पर दिन पर एक शहर से दूसरे शहर दूसरे से तीसरे शहर पहुंचने लगता है ,उस देश की सरकार पर दबाव बनाने लगता है।
वर्तमान में यूक्रेन जैसी भयाभय स्थिति इस विश्व कहा हो सकती है ,वहा मासूम लोग परिवारिक लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं ,हमारा सब उजड़ रहा है हम सभी यतीम होते जा रहे हैं हमारी मदद करो यहा युध्द को रोको ,आज हम सब को खड़े होने का वक्त आ गया है।
,पूरे विश्व के आमजनों को एक साथ खड़े होकर रोड पर आना पढेगा,जिस से यूक्रेन के आम लोग बच सके,हम किसी राष्ट्र का विरोध नहीं कर रहे हैं।
हमारा सोचना है यहां युद्धविराम होना चाहिए जिस से आम लोगों का जीवन बच सके ,इसकी शुरुआत हमारे देश से हमारे जिले से होती है तो बहुत अच्छी बात है।
,युध्द विराम किया जाये,शांती मार्च या कैडंल मार्च के माध्यम से हम सभी को आबाज उठानी जानी चाहिए ,आम लोगों की आबाज,आम लोगों के लिये,इस पर विचार जरूर करें
मित्रमंडल छिन्दवाड़ा।