ये कैसी मानसिकता है कि गौ तस्कर मुस्लिम ही होगा तो गौ रक्षकों ने उसे मार डाला, क्या इन्हे किसी को भी जान से मारने का सरकार ने लाइसेंस दे रखा है?

विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो

2011 में हिलेरी क्लिंटन ने पाकिस्तान से कहा था: “आप अपने घर में सांप नहीं पाल सकते और उनसे उम्मीद नहीं कर सकते कि वे आपके पड़ोसियों को ही काटें।

पाकिस्तान ने सुनने से इनकार कर दिया। देश आतंकियों के देश के रूप में जाना जाने लगा। पाक की अर्थव्यवस्था चरमरा गई। यहां तक कि सरकार के पास आतंकियों को भी धन देने के लिए पैसे नहीं बचे।

आखिरकार, जैसा कि अनुमान लगाया गया था, वैसा ही हुआ, सांपों ने अपने ही लोगों को काटना शुरू कर दिया।
कुछ गौरक्षक और ऐसे अन्य व्यक्ति और समूह, इन्ही सांपों का भारतीय संस्करण हैं। जहरीले और बेकाबू।

बिच्छू और साँपों को आप भले ही पालतू बना ले, लेकिन आप उन्हे हमेशा नियंत्रित नही कर सकते। यह पंचतंत्र की एक क्लासिक कहानी में एक नैतिक शिक्षा है जिसे हम सभी ने पढ़ा होगा। विष्णु शर्मा (पंचतंत्र के लेखक) ने बहुत पहले जो लिखा था, उसे आज हमें फिर से सीखने की ज़रूरत है।

हाल ही में, गौरक्षकों ने गाय की रक्षा के नाम पर आर्यन मिश्रा नामक एक व्यक्ति की जघन्य हत्या कर दी। अगर आपको व्हाट्सएप पर यह संदेश मिले कि मारा गया लड़का वास्तव में आर्यन खान नाम का एक आतंकवादी था जिसने गौ जिहाद करने के लिए अपना नाम बदलकर आर्यन मिश्रा रख लिया था, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।

गौरक्षा के नाम पर ये लोग हमेशा कानून से बाहर काम करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी तक गौरक्षा के नाम पर हो रहे इस गुंडागर्दी की आलोचना कर चुके है। अब समय आ गया है कि इन सापो को कानून के दायरे में कुचला जाए.. इससे पहले की कोई और आर्यन मिश्रा बेवजह मारा जाए।
ऐसा तब होगा जब सत्तासीन सरकार ऐसे सीरियस मामले के खिलाफ तुरंत कठोर कानून का इस्तेमाल करेगी।
संवाद;पिनाकी मोरे

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT