ये हकीकत है कि जेडीयू के दोनो बड़े नेताओं को मोदी की हरकत और नीचता का खासे पता है,
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
एक बात सत्य है कि चंद्रबाबू और नीतीश कुमार दोनों को मोदी की एक एक हरकत और नीचता का पता है ।
गौर तलब कीजिए कि चंद्रबाबू कुछ महीने पहले ही जेल में थे। उस दौरान दिल्ली में उनका बेटा दर दर जैसे भटका और जो सलूक हुआ तो उसे बाप-बेटा ताउम्र नहीं भूल सकते।
वही नीतीश कुमार के साथ भी नरेंद्र मोदी-अमित शाह ने जो सलूक किया है, जदयू को जैसे हाईजैक करना चाहा, उसे नीतीश याद न रखें, यह संभव नहीं।
जबकि पूरा देश जानता है कि
चंद्रबाबू और नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी से अधिक शातिर है ।
मोदी को इनकी ज्यादा जरूरत है न कि इन्हें मोदी की।
वैसे देखा जाए तो दल बदलू
नीतीश कुमार- और नायडू जो मांग रहे हैं वह ‘इंडिया’ गठबंधन में भी मिलता यूं हीं नहीं इन्हे इंडिया गठबंधन को अगर इस जीडी ने साथ दिया होता तो उनके लिए उम्मीद से भी ज्यादा मांगे पूरी कर दी जाती। लेकिन इनकी बद किस्मत समझिए कि बावजूद इसके यदि इन्होंने नरेंद्र मोदी का झंडा पकड़ा है इसके पीछे दोनो की शातिराना चाल है और बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के अलावा दोनों अपने मनचाहे पद लेंने की कोशिश में है।
अब इसके आगे ये अपने मिजाज की राजनीति को आगे बढ़ाएंगे। शायद नरेंद्र मोदी को हिंदू-मुस्लिम नहीं करने देंगे।
जाति जनगणना से हिंदू राजनीति को पंक्चर करेंगे। अग्निवीर जैसी योजनाओं को रद्द करवाएंगे। अमित शाह और योगी आदित्यनाथ को हटवाएंगे। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स पर चेक लगवाएंगे। मतलब वह सब करेंगे, जिससे बतौर भगवान बनने की नरेंद्र मोदी जो नौटंकियां करते थे वे खत्म हों। और इसी साल होने वाले हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों में भाजपा न घर की रहे और न घाट की।
लगता है नीतीश और नायडू कोई खतरनाक प्लानिंग के साथ मोदी को सरकार बनाने मे सपोर्ट कर रहे है। शायद
मोदी और भाजपा को निपटाकर और इज्जत तार-तार करके सरकार से निकल जाएगे।
संवाद; पिनाकी मोरे