वन ,पर्यावरण राज्य मंत्री जी के इस विधानसभा क्षेत्र में जबरदस्त भ्रष्टाचार का। बोलबाला
मध्य प्रदेश
संवाददाता
मध्य प्रदेश शासन में वन व पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार के विधानसभा क्षेत्र चंदला में जबरदस्त भ्रष्टाचार
महाभ्रष्ट, जनपद पंचायत गौरिहार में पदस्थ सहायक यंत्री राम सजीवन गुप्ता द्वारा निर्माण कार्य में तकनीकी स्वीकृति के एवज में लाखों रुपए की ले रहे रिश्वत.
छतरपुर जिले में भ्रष्टाचार की बयार बह रही है, बीते दिनों ही कलेक्टर ने एक पटवारी को खुलेआम रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के कारण निलंबित किया है लेकिन जिनके वायरल हो गया उन पर तो कार्रवाई हो गई अब जो वायरल नहीं हो रहे उन पर क्या ?
मध्य प्रदेश शासन में वन व पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार के विधानसभा क्षेत्र चंदला के छतरपुर जिले की जनपद पंचायत गौरिहार में पदस्थ सहायक यंत्री राम सजीवन गुप्ता के द्वारा समस्त ग्राम पंचायत से तकनीकी स्वीकृति के एवज में मोटी रकम वसूली जा रही है । जो सरपंच सचिव यह रकम नहीं देते हैं उनके भुगतान रोक दिए जाते है । दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव ने सहायक यंत्री राम सजीवन गुप्ता के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है ।
सहायक यंत्री राम सजीवन गुप्ता है कि मानता नहीं ? भ्रष्टाचार की कमाई से भारी अकूत संपत्ति बनाने वाले सहायक यंत्री की लालसा दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जो भी ग्राम पंचायत 15% कमीशन नहीं देती है । उसके बिलों के भुगतान रोक दिए जाते ।
छतरपुर कलेक्टर भले ही ईमानदारी का दम भर लेकिन उनके नुमाइंदे दे गले तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए है ।छतरपुर जिले में भ्रष्टाचार की हद पार हो गई सभी विभागों में खुलेआम अफसर भ्रष्टाचार कर रहे हैं । जिन पर कार्रवाई भी हो रही है, इसके बावजूद भी भ्रष्टाचार पर लगाम कसना बाकी रह गया ।
सरपंचों ने जिला सीईओ को पत्र लिखकर बताया था कि यह 25% कमिशन की मांग कर रहे हैं। कमीशन नहीं देने पर सरपंच सचिव पर कार्यवाही करने की धमकी देते हैं। यही हाल जनपद पंचायत गौरीहार में बना रखा है। सहायक यंत्री राम सजीवन गुप्ता के भ्रष्टाचार से ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव बेहद दुखी हैं। इनके विरुद्ध लोकायुक्त में भी कई शिकायत है, जिला पंचायत के वरिष्ठ अफसर को गुमराह कर जनपद पंचायत गौरिहार में सहायक यंत्री का चार्ज लिए हैं। क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर सीईओ को हटाने की मांग की है, सहायक यंत्री राम सजीवन गुप्ता को नहीं हटाया जाता है तो क्षेत्र की लोग आंदोलन करने को बाधित होंगे। सीएम को इस मामले की गंभीरता से संज्ञा लेने की जरूरत है।
संवाद;पंकज पाराशर छतरपुर