विश्व फोटोग्राफी दिवस 2023 पर मिलिए पेशेवर लोगों से जिनकी फोटोग्राफी की कला है सुर्खियों में।
इंटरनेट मीडिया के युग में जहां अब हर किसी की पहुंच में इंटरनेट और स्मार्टफोन आ चुका है। लोग सोशल मीडिया पर खाली समय में अपनी प्रतिक्रिया साझा करते है तो वहीं युवा पीढ़ी के लोग रील बनाकर मनोरंजन भी कर रहे है और पैसा भी कमा रहे है। लेकिन आज विश्व फोटोग्राफी दिवस पर जानते है कुछ युवा फोटोग्राफर के बारे में जिनका मूल पेशा भिन्न है लेकिन फोटोग्राफी की कला में माहिर होने के चलते यह लोग एक फोटोग्राफर के रूप में भी जाने जाते हैं।
टिहरी के कोट गांव निवासी दीपक रमोला प्रोजेक्ट फ्यूल के संस्थापक और कलात्मक निदेशक हैं, जो एक संगठन है जो मानव ज्ञान का दस्तावेजीकरण और डिजाइन करता है। उन्होंने यूनेस्को एमजीआईईपी के लिए दयालुता राजदूत के रूप में भी काम किया। वह अपने मूल पेशे के अलावा फोटोग्राफी की कला में भी खासे पारंगत है जिनको इंटरनेट मीडिया पर साझा करते है।
ऐसे अनेकों पेशेवर लोग है जो अपने कार्यक्षेत्र में विशेषज्ञ होने के साथ ही फोटोग्राफी की कला में भी निपुण है और अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी खींची गई तस्वीरें साझा करते है।
बागपत के ट्यौढी गांव निवासी अमन कुमार नेहरू युवा केन्द्र बागपत से सम्बद्ध उड़ान युवा मंडल के अध्यक्ष के रूप में सामाजिक बदलाव और युवा सशक्तिकरण हेतु तकनीकी के अभिनव प्रयोग से कार्य कर रहे है। हाल ही में हंड्रेड द्वारा यूथ एंबेसडर के रूप में भी उनका चयन किया गया। वह अपने सामाजिक उद्यमिता के पेशे के साथ ही फोटोग्राफी करते है और उनकी फोटोग्राफी को नेशनल ज्योग्राफिक सहित यूनेस्को में भी भेजा गया है।
विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाने का विशेष उद्देश्य उभरते फोटोग्राफरों का जश्न मनाना और इस कला की अहमियत पर चर्चा करना है। विश्व फोटोग्राफी दिवस उन सभी फोटोग्राफर्स को समर्पित है जिन्होंने अपनी कला से दुनिया की खूबसूरती को कैमरा में कैद किया है दुनिया में ऐसे कई फोटोग्राफर्स है जिन्होंने इस कला को अपना पेशा बना लिया है वो अपने कैमरे से बेहतरीन तस्वीरें खींच कर लाखों-करोड़ों रुपए कमा रहे हैं ।
फोटोग्राफी और कुछ नहीं बल्कि लोगों के लिए अपनी हुनर दिखाने का एक मौका है जो लोग अपनी बात शब्दों के जरिए बयां नहीं कर पाते उनके लिए फोटोग्राफी कई बार बहुत अच्छा विकल्प बन जाता है।