शहादत आले मुहम्मद की मिरास है जिस पर हमे फख्र है;कल्बे जवाद नकवी

लखनऊ
संवाददाता

सैय्यद हसन नसरुल्लाह की शहादत पर मौलाना कल्बे जवाद नक़वी का बयान

लखनऊ : मजलिस-ए-उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना सैय्यद कल्बे जवाद नक़वी ने हिज़्बुल्लाह लेबनान के महासचिव अयातुल्लाह सैय्यद हसन नसरुल्लाह की शहादत पर शोक व्यक्त करते हुए मज़ाहमती महाज़, लेबनान की अवाम, तमाम मुसलमानो खास तौर पर अयातुल्लाह ख़ामेनई की खिदमत में ताज़ियत पेश की।

मौलाना ने कहा शहादत आले मुहम्मद की मीरास है जिस पर हमें फ़ख़्र है।

इजराइल ने साबित कर दिया है कि वह दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी है। इंशाल्लाह यह महान शहादत व्यर्थ नहीं जायेगी और जल्द ही इजराइल तबाह हो जायेगा।
यक़ीनन यह एक अपूरणीय क्षति है। उनकी महान सेवाओं और उपलब्धियों को भुलाया नहीं जा सकेगा। वो हमेशा मोमेनीन के दिलों में ज़िंदा रहेंगे।

यहूद और आले सऊद एक ही सिक्के के दो पहलू

मकतबे अहलेबैत से वाबस्ता मोमेनीन के लिए शहादत एक बेइंतेहा फख्र का मंसब रहा है । शहीद सय्यद हसन नसरुल्लाह एक शेर की तरह ज़िंदा रहा और एक शेर की तरह शहादत पा कर सुर्खरू हुआ

इज़राइल ने तो ज़ुल्म और बरबरियत की सभी हदें पार कर दी हैं । ज़ालिम नेतन्याहू हज़ारों मासूम बच्चों और मर्द व बेगुनाह औरतों का क़ातिल है। लेकिन ये सऊदी और यू ए ई समेत सभी अरब मुल्कों के हुक्मरां भी नेतन्याहू से कम मुजरिम नहीं हैं , जो बेकस फिलिस्तीनियों का साथ देने के बजाए खुल कर नेतन्याहू के साथ खड़े हैं !

ये अय्याश , दुनिया परस्त और मक्का शरीफ और मदीना शरीफ़ जैसे पाक मकामात पर जुआ , शराब और अय्याशी के अड्डे खोलने वाले आले सऊद नहीं आले यहूद अगर ज़रा सा भी बा ज़मीर होते तो इस्लामी दुनिया की ये हालत न होती।

बकौल डॉक्टर इसरार अहमद के कुर्बानी का जज़्बा सिर्फ़ करबला वालों में होता है जो आज साबित हो रहा है । आले यहूद के साथ आले सऊद भी लानत के लायक़ हैं और इंशाल्लाह इनके मुल्क के बा ज़मीर अवाम इनका तख्ता जल्दी उखाड़ फेकेंगे।

इमाम ज़माना अलैहिस्सलाम की खिदमत में ताज़ियत पेश करते हैं
डाॅक्टर कल्बे सिबतैन नूरी
,

इसराइली हमले में शहीद हुए सैयद हसन नसरुल्लाह की शहादत पर निकाला गया कैंडल मार्च

छोटे इमाम बाड़े से बड़े इमाम बाड़े तक निकल गया कैंडल मार्च

इसराइल मुर्दाबाद अमेरिका मुर्दाबाद के नारों के साथ निकल गया कैंडल मार्च
हजारों की तादाद में बूढ़े बच्चे नौजवान और महिलाओं ने हाथों में कैंडल लेकर निकाला कैंडल मार्च
बड़े इमाम बाड़े पहुंच कर जनता ने मातम करते हुए नेतन्याहहू के जलाए पोस्टर।

संवाद;

मोहमद अरशद

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT