शाम होते ही शुरू हो जाता होम्योपैथिक इलाज निकलती थी आवाज़ें
पटना
संवाददाता,एवं ब्यूरो
शाम होते ही शुरू हो जाता था ‘होम्योपैथी’ इलाज, रात भर आती थी आवाज; सादे लिबास में पहुंची पुलिस तो रह गई दंग
पटना: बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पटना के खुसरुपुर थाना क्षेत्र के किरोधपुर गांव में उत्पाद विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ छापा मारा। ‘होम्योपैथी’ इलाज देखकर पटना पुलिस के होश उड़ गए। उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर यहां चल क्या रहा है? हालांकि थोड़ी देर बाद राज से पर्दा उठ गया, जब खाली बोतल और रैपर मिले
शराब फैक्ट्री का खुलासा
दरअसल यहां नकली शराब बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। जांच टीम ने 2500 लीटर स्प्रिट, भरी हुई शराब की बोतलें और मशीनें बरामद कीं। हालांकि किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि यह अवैध धंधा काफी समय से चल रहा था। नए साल पर यहां बड़ी मात्रा में शराब बनाने की तैयारी थी।अक्सर शाम में लोग यहां आते थे और रात में अवैध शराब बनाते थे।
गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई
उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त प्रेम प्रकाश ने बताया कि गुप्त सूचना पर कार्रवाई की गई। टीम ने किरोधपुर गांव में छापा मारा। यहां 2500 लीटर स्प्रिट, रैपर बनाने की मशीन, 91 बोतल शराब और 100 से अधिक खाली गैलन मिले। ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला कि इस जगह पर लंबे समय से नकली शराब बनाई जा रही थी। चार दिन पहले ही ग्रामीणों ने इसकी सूचना दी थी। इसके बाद दो टीमों ने सादे कपड़ों में जाकर जांच की। जांच के बाद ही छापेमारी की गई
होम्योपैथी दवाइयां भी मिली
बताया जा रहा है कि छापेमारी में खाली बोतल भरे कार्टून भी मिले हैं। इससे साफ है कि यहां शराब बनाकर बोतलों में भरी जाती थी। फिर रैपर लगाकर बेची जाती थी। कुछ होम्योपैथी दवाइयां भी यहां मिली हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि होम्योपैथी दवा से शराब बनाई जा रही थी। अभी जांच चल रही है कि यह फैक्ट्री कौन चला रहा था।
संवाद; डी आलम शेख