समझधारी की मामले में कितने माहिर है ये सीएम?

संवाददाता

अमन पठान

केजरीवाल बहुत समझदार हैं, अब समझे आप ।

अब समझ में आया होगा लोगों को कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया किसी और को?

हेमंत सोरेन की मेहनत से बनी थी झारखंड में सरकार, जब जेल गए तो उनके पास मौका था वो चाहते तो अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बना सकते थे, लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री बनाया चंपई सोरेन को। सच सच बताइए मुख्यमंत्री बनने के पहले क्या आपने चंपई सोरेन का नाम भी सुना था कभी ?

अब हुआ क्या बिना मेहनत के चंपई बने मुख्यमंत्री और उन्हें फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी, अब उन्हें मुख्यमंत्री का चस्का सा लग गया।

शिवराज मामा की बातों में आ गए और बगावत कर बैठे झामुमो से और बात फैली कि 6 विधायक भी साथ है, पहुंच गए दिल्ली सौदा करने लेकिन पीछे मुड़कर देखा तो पता चला 6 के 6 विधायक सब गायब है। भाजपा ने फिर भाव नहीं दिया जैसे मध्य प्रदेश के पिता पुत्र को भाव नहीं मिला था।

अब चंपई लौट गए झारखंड, बोले चश्मा ठीक कराने गया था दिल्ली, दरअसल अब सच में उन्हें चश्मे की जरूरत है क्यों कि उन्हें अब रास्ता दिखाई नहीं दे रहा। भाजपा में गए तो बस विधायक बनकर रह जाएंगे, झामुमो अब उन्हें झेलेगी नहीं, नई पार्टी बना पाने की स्थिति में हैं नहीं तो अब चश्मा भी कोई काम का नहीं बचा।M!

इस पूरे घटनाक्रम से आप समझ गए होंगे कि केजरीवाल ने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया, अगर दे दिया होता तो आम आदमी पार्टी
अब तक राष्ट्रवादी पार्टी में विलय हो गई होती।

जो भी CM बनता किसी ने किसी मामले में प्रेशर आता और तब पता चलता जब महामानव से मुलाकात करता नजर आता।
केजरीवाल के दिमाग की दाद देनी पड़ेगी। वाकई इनकी चतुराई की तारीफ करनी पड़ेगी।

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