सरेबाज़ार कलमकारों की होती है बेइज़्ज़ती योगी जी ये कैसा है लोकतंत्र ?

images(60)

रिपोर्टर.

योगी सरकार में पत्रकारों की बेज्जती बीच बाजार में!कवरेज करने गये पत्रकार को दारोगा ने जबरन बैठाया, आधे घंटे तक किया थाने में बंद?

यहां तक कि कलमकार को दारोगा ने दी भद्दी भद्दी गालियां, मोबाइल छीनकर किया वीडियो डिलीट।
ऐसा बताया जा रहा है कि लखनऊ में गुडंबा पुलिस की मनमानी का हाल अजीबोगरीब है।
अपराध पर रोक लगाने की बजाय पत्रकार पर हमले कर रही है।

शुक्रवार को ऐसी ही एक घटना घटी है। कवरेज करने गए पत्रकार राज से जायसवाल थाना गुडंबा के सब इंस्पेक्टर पवन गंगवाल ने गाली गलौज की और मोबाइल छीन ली।
इतना ही नहीं उन्हें थाने में अपराधी की तरह नीचे बैठा दिया गया।
काफी देर के बाद जब कई पत्रकार थाने पर पहुंचे तब राज जायसवाल को रिहा किया गया।

राज जायसवाल ने बताया कि मोबाइल से कई पर्सनल वीडियो और कांटैक्ट भी उड़ा दिए गए है।
बस मामला यह था कि सब इंस्पेक्टर पवन गंगवाल ने पत्रकार से सिगरेट मांगा था सिगरेट ना देने पर पत्रकार से अपशब्द और धारा 151 लगाकर जेल भेजने तक की धमकी दे डाली।

क्या यही है योगी सरकार !आखिर क्यों नहीं होती है पत्रकारों की सुनवाई पत्रकारों के साथ कोई घटना होती है तो शासन प्रशासन को सूचना ही क्यों नहीं प्राप्त होती है। इस तरह का आलम रहा तो योगी जी !
कैसे पहुंचेगी पत्रकारों की न्यूज़ शासन प्रशासन के पास आप के राज्य में ?

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT