हवस के शैतानों ने 19साल की लड़की को पागल कुत्तों की तरह नोच डाला,दर्दनाक हत्या के बाद लाश को नहर में फेंक दिया
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
अंकिता भंडारी उत्तराखण्ड के एक छोटे से कस्बे की एक 19 साल की लड़की जो अपने सपने को ऊंची उड़ान देने के लिए होटल मैनजमेंट का कोर्स करते हुए
भाजपा के नेता और पूर्व मंत्री विनोद आर्या के बेटे के रिसॉर्ट में नौकरी करने लगी।
कहा जा रहा है कि नेता पुत्र अंकिता को देह व्यापार के गंदे दलदल में उतारना चाहता था। लेकिन अंकिता के सख्ती से मना करने व इस गंदे धंधे का पर्दाफाश करने की धमकी दी तो नेता पुत्र और बेटी बचाओ बेटी पटाओ के नारे देने वाली पार्टी के नेता पुत्र ने उसकी निर्मम हत्या करके उसकी लाश नहर में फेंक दी।
पुलिस का कहना है कि आपस के झगड़े में लड़की नहर में गिर गई थी, 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अंकिता 5 दिन से गायब थी। पहाड़ी इलाके में कुछ ऐसे होते हैं, जहां सामान्य पुलिसिंग नहीं होती। शायद नेता के बेटे का मामला था, इसलिए पुलिस उस लड़की के गायब होने के बजाय इलाका पुलिस क्षेत्र में न होने पर ज्यादा जोर दे रही थी।
स्थानीय मीडिया और सोशल मीडिया पर मामला प्रकाश में आने, अधिकारियों को ट्वीट और फेसबुक में टैग करने के बाद संभवतः पुलिस को मामले की जांच का ख्याल आया।
अब आगे न्याय मिलने का मामला है। लाश बरामद होना, गवाही, कोर्ट कचहरी, सुलह सफाई, लड़की की चरित्रहीनता की जांच वगैरा वगैरा होना अभी बाकी है!
नेता पुत्र की गिरफ्तारी भी अगर होती है तो जमानत मिलने के बाद मानिसक विकलांग माफ कीजिये मानसिक दिव्यांगों के द्वारा उसका जोरदार स्वागत भी किया जाएगा और उसके समर्थन में जुलूस भी निकाला जाएगा। फूलों की वर्षा होगी।
आधी आबादी शायद जब अपने पर गुज़रती है तभी सबक लेती है दूसरे की पीड़ा से क्या लेना देना?देश भर में आज तक
निर्भया से अंकिता तक क्या बदला?
अगर बदला है तो सत्ता के नरपिशाचों की सत्ता की हवस।
अंकिता को भाव- भीनी श्रद्धांजलि।।
साभार:पिनाकी मोरे