9फरवरी को जिले की समस्त शासकीय प्राथमिक शालाओं में लगेगा एफएलएन मेला

छिन्दवाड़ा
संवाददाता

आगामी 09 फरवरी को लगेगा जिले की सभी शासकीय प्राथमिक शालाओं में एफएलएन मेला*

डाइट छिन्दवाड़ा में जिला स्तरीय एफएलएन मेले का एक दिवसीय उन्मुखीकरण संपन्न”_

छिन्दवाड़ा –  राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशानुसार जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में 9 फरवरी को एफएलएन (बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान) मेले का आयोजन किया जाएगा। एफएलएन मेला लगाने हेतु सभी  शासकीय प्राथमिक शालाओं के द्वारा अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है जिसको लेकर शालाओं में माताओं के समूह बनाकर एफएलएन मेला की चर्चा हेतु बैठकों का दौर भी प्रारंभ हो चुका है।

गौर तलब हो कि एफएलएन मेले के लिए विशेष तैयारियां तथा आवश्यक इंतजाम हो चुके है। मेले को सभी स्कूल स्तर पर सफल बनाने के लिए दिनांक 5 फरवरी को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान छिन्दवाड़ा में प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन भोपाल के प्रतिनिधि श्याम कुमार कोलारे एवं हरगोविंद घोसी द्वारा जिले के समस्त बीएसी, सीएसी का एकदिवसीय उन्मुखीकरण किया गया।

जिसमें डाइट प्राचार्य महेश कुमार पांडवा सर, डीपीसी जगदीश कुमार इडपाचे, एपीसी एस.के.जैन, अनुराधा श्रीवास्तव, मुकेश श्रीवास्तव, बी.गुमास्ता, निपुण प्रोफेसनल हर्षिता शर्मा एवं समस्त बीआरसी, बी.ए.सी. एवं सीएसी द्वारा स्टाल देखे गए एवं मेले की प्रक्रिया को समझा गया। अमरवाड़ा बी.ए.सी. सत्येन्द्र जैन ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में किए गए प्रावधान अंतर्गत निपुण भारत द्वारा 2026- 2027 तक सम्पूर्ण देश में एफएलएन मिशन के लक्ष्य प्राप्ति हेतु निरंतर प्रयास किये जा रहे है।

वहीं छिन्दवाड़ा मे भी मिशन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। सामुदायिक सहभागिता और पालकों को बच्चों के दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले सीखने के अवसरों को कक्षा के अतिरिक्त घर पर कैसे मदद मिल सकती है, पर भी कार्य किए जाने की आवश्यकता है। इन प्रयासों हेतु समुदाय एवं पालकों (विशेषकर माताओं को) सीखने – सीखाने में भागीदार बनाने हेतु जागरुकता लाने की आवश्यकता है। इस हेतु सभी प्राथमिक शालाओं में दिनांक 9 फरवरी को एफएलएन मेले का द्वितीय चरण का आयोजन किया जा रहा है।

 जानकारी देते हुए श्याम कुमार कोलारे ने बताया कि मुख्य रुप से राज्य से प्राप्त रिपोर्ट कार्ड में बच्चों के शारीरिक विकास, बौद्धिक विकास, भाषा विकास, गणित की पूर्व तैयारी ,बच्चों का कोना में सामाजिक व भावनात्मक विकास आदि गतिविधियां करवाई जाएगी, वही रिपोर्ट कार्ड भरकर माता/अभिभावकों को दिया जाएगा, इस बार द्वितीय चरण में मुख्य बदलाव यह है कि शाला स्तर पर माताओं का समूह निर्माण किया गया है जो इस मेले मे मुख्य

किरदार निभाते हुए स्वयं स्टॉल पर बच्चों से गतिविधि करवाएंगे । जनशिक्षकों द्वारा पहली एवं दूसरी के बच्चे बनकर डेमो किया गया इसके पहले राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा भी 8 जनवरी को यूट्यूब लाइव के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया है।प्रशिक्षण में डीपीसी इडपाचे द्वारा निर्देशित किया गया जिले से विभागीय अधिकारी उक्त मेले में मॉनिटरिंग हेतु उपस्थित रहेंगे।

साभार
श्याम कोलारे
छिन्दवाड़ा
9893573770

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