सियासी जंग में कैसी रही मुलायम की शातिराना ड्रामेबाज़ी? जानिए पूरा खुलासा !
रिपोर्टर.
मुलायम शातिर खिलाडी है, परिवार में चल रही कलह सिर्फ मीडिया में बने रहना और अपने नालायक बेटे अखिलेश को ईमानदार साबित करने की एक सोची समझी चाल है!
जबकि सबको पता है कि उनकी सरकार कितने काम की है? सिर्फ और सिर्फ जनता का ध्यान सपा के पोने पाँच साल के भ्रष्ट, क्रिमिनल और कुशासन से हटाने की एक गहरी चाल है यह पारिवारिक झगड़ा!
सपा के कुशासन में किए गये कुछेक क्रिमिनल कृत्य एवं घोटाले इस तरह है-
कैराना और अलीगढ़ के कांडों , मथुरा का जवाहरबाग़ कांड ,बदाँयूं, मोहनलालगंज और बुलंदशहर का हाईवे , लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव को कुर्सी पर बने रहना । भू-माफियाओं को भूल जाओ।
सरकारी भर्ती में धांधली को भूल जाओ
नक़ल करने की आज़ादी से घटिया हुई शिक्षा व्यवस्था को भुला देना यूपी की बेरोजगारी की समस्या पर नज़रंदाज़,
रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, मेरठ, मथुरा, सहारनपुर, शामली आदि जगहों पर हुए अत्याचारों को भूला देना,
4.5 वर्षों में 500 से अधिक हुए दंगों को भूल जाना,
बिजली का मुद्दा ,
किसानों मसले उनकी परेशानी भुला देना, सैफई की आलीशान पार्टी और बॉलीवुड के ठुमके भुला देना!
नेताजी का करोड़ी जन्मदिन भुला देना
कला और साहित्य के पुरस्कार के बहाने वोटबैंक मजबूत करने की प्लानिंग,
अधूरी मेट्रो,आधूरा आगरा-लखनऊ एक्षप्रैस वे, अधूरा स्टेडियम का मसला पब्लिक की निगाह से हटा देना
यादव सिंह की धांधलेबाजी को भूल जाना
आज़म खान के बेतुके और हिन्दू विरोधी व भारत विरोधी बयानों को छोड़ कर उसे भूल जाना
सेना के शहीद सैनिकों को 5 लाख और अकेले अखलाक को 1 करोड़ भूल जाना! 1990 के यूपी के रेप कांडों में नंबर 1 होना भूल जाना,?
यूपी का हत्याओं में नंबर 1 होना भुला देना।
यूपी में पत्रकारों की हत्याये की गई है इस को भूल जाना?
अनुसूचित जातियों के कर्मचारियों के प्रोन्नति में आरक्षण खत्म करने को भूल जाना तथा कई खूंखार वारदाते और नाबालिगों पर बलात्कार के मामले गुज़रे है इन सब को भुला देना,
मुज्जफरनगर के दंगों को भूला देना इस लिए ही मुलायम जी ने आंतरिक पारिवारिक कलह के बीज बोकर लगातार आये दिन बाप बेटे में जंग का ड्रामा करना शुरू किया आज भी ये दौर थमने का नाम नही ले रहा है?