इस से दुखद और मूर्खता की बात और क्या हो सकती है कि गाय अपने को कसाई के हाथों में सुरक्षित समझे,अंध भक्तो का बस यही हाल है!

संवाददाता
सज्जाद अली नयानी

एक भूल ऐसी है कि भारतीयों ने भिखारी से भीख का कटोरा लेकर उसे अपना और देश का भविष्य ही सौंप दिया, जिसका खामियाजा तो भुगतना ही पड़ेगा।
इससे दुखद और मूर्खतापूर्ण बात और क्या हो सकती है कि गाय अपने को कसाई के हाथों में सुरक्षित समझे?
अंधभक्तों की यही स्थिति है।

गौर तलब कीजिए कि यह भारत का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि अबतक की सबसे भ्रष्ट, पतित, लूटेरी, और लोकतंत्र विरोधी सरकार में जनता ईश्वर की झलक देखती है!
मोदी राज में भारत की इससे ज्यादा तरक्की और क्या हो सकती है कि आज लोग सड़क पर हेलिकॉप्टर से यात्रा कर रहे हैं?

बताते चलें कि एक महान भारत की आमजनता की मूर्खता, अज्ञानता, धर्मभीरूता, अंधविश्वास, जातिवाद और गरीबी का फायदा उठाकर ही नेता गण राज कर ने में सफल होते जा रहे हैं। तो दूसरी ओर धर्म का ऐसा नशा चढ़ा है अंधभक्तों पर कि विषपान करते हुए भी अमृतकाल मना ने पर गामजन रहे हैं।

आमजनता की आंखों में धूल झोंक कर हमेशा झूठ बोलने वाले, झूठ की कमाई खाने वाले और झूठी जिंदगी जीने वाले अपने आप को धरती का शहंशाह समझते हैं। ये लोग धरती के अनमोल रतन हैं!यकीनन अफसोस हो रहा है कि आसमान में स्वर्ग बनाने वालों ने धरती को नरक बना दिया है। काश, वे धरती पर ही स्वर्ग बनाने का प्रयास करते!

जनता को अयोध्या, प्राण प्रतिष्ठान,राम आ रहे है, काशी और मथुरा के जाल में फंसाकर देश के सारे बैंकों को लूट लिया गया, और भारतीय मंदिर में बैठकर रामधुन गा रहे हैं। सब पोल खोल होने के बाद भी आमजन अंध भक्त उन्ही के नगमे गा रहे है।
आम भारतीयों को अब भी नहीं पता है कि उन्होंने विगत दस वर्षों में अपना भविष्य ही गंवा दिया है? अंधभक्ति का यह परिणाम तो होना ही था।

भारत जैसे महान देश में,जहाँ केंचुए, भेंड़,अंधभक्त और गुलाम भरे हुए हैं,शोषणकारी व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन की कोई उम्मीद नहीं।

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