देश में धर्म और जाति के नाम पर बांटने वालों को हरगिज वोट न करे, देश को बेच दिया इन लोगो ने
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
मुझे नही लगता सत्य के लिए किसी प्रमाण की आवश्यकता पड़ेगी वोट डालने से पूर्व एक नजर अपने घर परिवार मोहल्ला पड़ोस रिश्तेदारों जाति विरादरी समाज गांव शहर में पता कर लेना पिछले 10 सालों में जब से मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तब से कितने बच्चो को नौकरी मिली है?
चपरासी ड्राइवर खलासी की भी भर्ती नही हुई,कितने बाबू बन गए? इस दस साल मैं
जरा पता लगा लेना?
बच्चों का भविष्य यदि 5 किलो मुफ्त के राशन में और 1250/- महिलाओं को नकद में सुरक्षित समझ आता हो तो बेझिझक मोदी स्वीकार कर लेना अन्यथा बदलाव के लिए खुलकर आगे आएं।
पिछली बार कोरोना। की महाभयंकर बीमारी के वक्त भूलना मत 50 रूपये के रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए आपने 40-40 हजार दिए थे। ऑक्सीजन, सिलेंडर जो हजार बारह सौ में मिल जाना चाहिए था उसके लिए आपने 10-10 हजार दिए थे।.पता है क्यो क्योकि उन्होंने मोदी को चन्दा दिया था।
बदले में मनमाफ़िक रेट बढ़ाने की छूट मिल गयी थी।
हिन्दू और सनातन की बाते करने बाले ये वही लोग है जो स्लॉटर हाउस में गाय काटने का लाइसेंस देते हैं और हमसे गाय के नाम पर वोट मांगते हैं।
सामने तो है कि कितना चन्दा लिया इन लोगो ने गाय काटने बाले स्लॉटर हाउस के संचालको से?
आंखों पर पट्टी कब तक बांधे रहोगे यार।
घर चलाना मुश्किल हो गया है ये तुम्हे भी पता है।
पर ये बताते हैं हम राम को लाये हैंअयोध्या में, कोई क्या लाएगा राम को? राम कहीं पर निकल गए थे क्या?
राम ही तो हमे तुम्हे इन्हें लाये हैं।
इन्होने तो चारों शंकराचार्य जी तक को नही छोड़ा (जो कि सनातन धर्म के प्रमुख हैं ) उन्हें तक गालिया दि थी।
ये वोट के खातिर कुछ भी करा सकते है।महिलाओं के मंगल सूत्र तक बिकवा सकते है और प्रचार में विपक्ष को बदनाम कर सकते है।क्योंकि झूठ बोलकर आम जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है। इनके झांसे में न आए।इस लिए इन से सजग रहें सतर्क रहें जिसमे बच्चो का भविष्य सुरक्षित हो वही निर्णय लें।
संवाद: पिनाकी मोरे